सुकमा में सक्रिय नक्सली ने किया आत्मसमर्पण,217 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा कार्मिकों की रही विशेष भूमिका

सुकमा में सक्रिय नक्सली ने किया आत्मसमर्पण,217 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा कार्मिकों की रही विशेष भूमिका

जगदलपुर से कृष्णा झा की रिपोर्ट 

सुकमा। छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से किया गया आत्मसमर्पण। उक्त नक्सली को आत्मससमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 217 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा कार्मिकों की रही है विशेष भूमिका।  जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति-संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय 1 नक्सली सदस्य मड़कम सुक्का पिता स्व. बुस्का (मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य) उम्र 31 वर्ष जाति मुरिया निवासी दुरमा थाना कोंटा जिला सुकमा (छ0ग0) के द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य से आज दिनांक 21.11.2024 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में श्री विरेन्द्र कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी 217 वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत, प्रभारी नक्सल सेल जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। उक्त नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 217 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा कार्मिकों की रही विशेष भूमिका। उक्त आत्मसमर्पित नक्सली को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदान किया जाएगा।