स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ के प्रदेश प्रवक्ता बने विवेक राठौर
जांजगीर-चांपा से राजेश राठौर की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत संविदा शिक्षकों के अधिकार और समस्याओं को मुखरता से उठाने के लिए गठित स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ ने सरगुजा जिले के बगीचा में स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के व्याख्याता विवेक राठौर को संघ का प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त किया है। यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष दुर्योधन यादव व प्रदेश कमेटी के द्वारा किया गया है।
विवेक राठौर की नियुक्ति का उद्देश्य
विवेक राठौर की नियुक्ति का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं को प्रदेश स्तर पर प्रभावी ढंग से उठाना और उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाना है। श्री राठौर को उनकी बेहतरीन नेतृत्व क्षमता, शिक्षकों के प्रति प्रतिबद्धता और संगठन के प्रति निष्ठा के कारण यह पद दिया गया है। उनकी यह भूमिका संघ की गतिविधियों को और अधिक सशक्त बनाने में सहायक होगी।
संघ के उद्देश्य और भूमिका
स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ का गठन राज्य में संविदा शिक्षकों और कर्मचारियों की भलाई के लिए किया गया है। यह संघ शिक्षकों की वेतन विसंगतियों, स्थायीकरण, सेवा शर्तों में सुधार और अन्य अधिकारों के लिए सक्रिय रूप से कार्य करता है। श्री विवेक राठौर जैसे ऊर्जावान और प्रतिबद्ध व्यक्तित्व के जुड़ने से संघ को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।
विवेक राठौर की प्रतिक्रिया
अपनी नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विवेक राठौर ने कहा, "मैं इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाऊंगा। संविदा शिक्षकों और कर्मचारियों के हितों की रक्षा और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।"
प्रदेशाध्यक्ष दुर्योधन यादव की प्रतिक्रिया
संघ के प्रदेशाध्यक्ष दुर्योधन यादव ने कहा, "विवेक राठौर की नियुक्ति से संघ को मजबूती मिलेगी। उनके नेतृत्व में संघ के उद्देश्यों को बेहतर ढंग से पूरा किया जा सकेगा।"
समर्थकों और शुभचिंतकों की बधाई
विवेक राठौर को इस नियुक्ति के लिए उनके सहयोगियों, शिक्षकों और शुभचिंतकों से बधाई मिल रही है। सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है और उम्मीद जताई है कि वह अपने पद पर रहते हुए संघ को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
यह नियुक्ति न केवल विवेक राठौर के लिए बल्कि पूरे सरगुजा जिले के लिए गर्व की बात है। उनका योगदान राज्य में शिक्षकों और कर्मचारियों की दशा और दिशा को सुधारने में सहायक होगा।