खाद्य सुरक्षा को लेकर तीन दिवसीय सघन निरीक्षण, अस्वच्छ खाद्य सामग्री नष्ट

खाद्य सुरक्षा को लेकर तीन दिवसीय सघन निरीक्षण, अस्वच्छ खाद्य सामग्री नष्ट

“बने खाबों-बने रहिबों” विशेष जांच अभियान
जिले में खाद्य प्रतिष्ठानों में 65 खाद्य नमूनों की हुई जांच, 20 प्रतिष्ठानों पर जुर्माना
दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट 
दंतेवाड़ा। कार्यालय खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति अनुसार वर्षा ऋतु और आगामी रक्षाबंधन त्योहार को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार प्रदेशभर में खाद्य सुरक्षा को लेकर “बने खाबों-बने रहिबों” राज्य स्तरीय विशेष जांच एवं जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में दंतेवाड़ा जिले में 04 से 06 अगस्त तक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा सघन निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें जिले के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों की गहन जांच की गई।

अभियान के दौरान खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के अंतर्गत स्ट्रीट फूड विक्रेताओं, होटल, रेस्टोरेंट, मिठाई दुकानों और किराना दुकानों का निरीक्षण किया गया। चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से कुल 65 खाद्य नमूनों को जांच हेतु संग्रहित किया गया। जांच के दौरान पुराना बस स्टैंड, नया बस स्टैंड चौपाटी, अंबेडकर पार्क स्थित चौपाटी सहित फास्ट फूड ठेलों से मोमोज, गुपचुप, आलू मसाला, खट्टा-मीठा पानी, फूड कलर, चाउमीन, चिल्ली सॉस, टोमैटो सॉस और खाद्य तेल के नमूने लिए गए।

वहीं, होटल और रेस्टोरेंट से बिरयानी चावल, ग्रेवी, पकी दाल, पनीर सहित अन्य व्यंजनों के , मिठाई दुकानों से रसगुल्ला, बर्फी, पेड़ा, खोया, काजू कतली, मेसूर पाक, बेसन लड्डू, नमकीन मिक्सचर, किराना दुकानों से बेसन, सूजी, आटा, मैदा, नमकीन और शक्कर के नमूने जांच के लिए लिए गए।

निरीक्षण के दौरान कई प्रतिष्ठानों में सफाई व्यवस्था मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई। इस पर 20 खाद्य प्रतिष्ठानों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए कुल 4100 रुपये का चालान किया गया। इसके अलावा पांच व्यापारियों को नोटिस जारी करते हुए अमानक और दूषित खाद्य सामग्री को तत्काल नष्ट कराया गया। विभाग द्वारा चेतावनी दी गई कि भविष्य में यदि ऐसी लापरवाही दोबारा पाई जाती है, तो संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें उनका खाद्य लाइसेंस निलंबित करना भी शामिल है। इस अभियान के माध्यम से खाद्य कारोबारियों को एफएसएसआई के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई और उन्हें व्यक्तिगत स्वच्छता, किचन की सफाई, खाद्य हैंडलिंग तथा लेबलिंग एवं पैकेजिंग से संबंधित मानकों के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही आम नागरिकों को भी स्वच्छ, सुरक्षित और स्वस्थ खानपान की आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।