ट्रंप की धमकियों को नजरअंदाज कर चीन बोला -" जारी रहेगी रूस और ईरान से तेल खरीद"

ट्रंप की धमकियों को नजरअंदाज कर चीन बोला -" जारी रहेगी रूस और ईरान से तेल खरीद"

नई दिल्ली। चीन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों के बावजूद रूस और ईरान से तेल खरीदना जारी रखेगा। चीनी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि ऊर्जा संबंधी लेन-देन उसके राष्ट्रीय हित और वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा से जुड़ा है, और इस पर किसी अन्य देश का दबाव स्वीकार नहीं किया जाएगा।

यह प्रतिक्रिया तब आई है जब ट्रंप ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि अगर चीन ने रूस और ईरान से तेल की खरीद जारी रखी, तो अमेरिका इसके खिलाफ कड़े आर्थिक कदम उठा सकता है। ट्रंप का कहना था कि इससे प्रतिबंधों का उल्लंघन होता है और अमेरिका की वैश्विक स्थिति कमजोर पड़ती है।

हालांकि, चीन ने दो टूक शब्दों में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत वैध व्यापार करता है और किसी भी एकतरफा प्रतिबंध को नहीं मानता। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी जोड़ा कि चीन अपने ऊर्जा आपूर्ति स्रोतों को विविध बनाना जारी रखेगा और वैश्विक बाजार की स्थिरता में योगदान देगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का यह रुख अमेरिकी दबाव को चुनौती देने वाला है और इससे वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और बढ़ सकता है, खासकर ऐसे समय में जब रूस यूक्रेन युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पहले से ही वैश्विक तनाव बना हुआ है।