"अब पुरुष भी दे सकते हैं बच्चों को जन्म", चीन के वैज्ञानिकों ने किया कमाल

नई दिल्ली। चीन के वैज्ञानिकों ने एक बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने पहली बार दो नर (मेल) चूहों से बच्चे पैदा किए हैं, बिना मादा (फीमेल) के अंडाणु के डीएनए का इस्तेमाल किए।
शंघाई जियाओ टोंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने दो मेल चूहों के स्पर्म (शुक्राणु) लिए और एक अंडाणु से उसका डीएनए हटा दिया। फिर उसमें मेल चूहों का डीएनए डाला गया। इस प्रक्रिया को "एंड्रोजेनेसिस" कहते हैं। इसके बाद डीएनए को एडिट करके भ्रूण विकसित किया गया।
वैज्ञानिकों ने 259 भ्रूणों को मादा चूहों में ट्रांसफर किया, लेकिन उनमें से सिर्फ दो बच्चे ही जिंदा रह सके। ये दोनों बड़े होकर स्वस्थ रहे और खुद से बच्चे भी पैदा किए।
हालांकि यह एक बड़ी सफलता है, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों पर यह तरीका अभी बहुत मुश्किल और असुरक्षित है। इसमें बहुत सारे अंडाणु और सरोगेट की जरूरत पड़ती है, और सफलता की संभावना बहुत कम होती है।
इसके अलावा, अगर इंसानों में ये तकनीक अपनाई भी गई, तो बच्चे में मादा डोनर के माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए भी होंगे, यानी तकनीकी रूप से बच्चे में तीन लोगों का डीएनए होगा।
वैज्ञानिकों के अनुसार, दो महिलाओं से बच्चे बनाना थोड़ा आसान है, लेकिन दो पुरुषों से बच्चा बनाना बहुत कठिन है, क्योंकि दोनों के डीएनए को मिलाकर भ्रूण बनाना वैज्ञानिक रूप से चुनौतीपूर्ण होता है।