राष्ट्रीय हितों की रक्षा में प्रधानमंत्री और भारत सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है पूरा व्यापार समुदाय : कैट छत्तीसगढ़

राष्ट्रीय हितों की रक्षा में प्रधानमंत्री और भारत सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है पूरा व्यापार समुदाय : कैट छत्तीसगढ़

रायपुर। देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन एवं राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड (भारत सरकार) के सदस्य अमर पारवानी, प्रदेश चेयरमेन मगेलाल मालू, प्रदेश चेयरमेन विक्रम सिंहदेव, प्रदेश एक्जीक्यूटिव चेयरमेन जितेन्द्र दोशी, प्रदेश अध्यक्ष श्री परमानंद जैन, प्रदेश महामंत्री सुरेन्द्र सिंह एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स छत्तीसगढ़ ईकाई माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार को भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए उनके साहसिक और दृढ़ रुख हेतु पूर्ण एवं अटूट समर्थन प्रदान करती हैं।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन एवं राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड (भारत सरकार) के सदस्य अमर पारवानी ने बताया कि हम सरकार की राष्ट्र और जनता के प्रति अटल प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं - चाहे वह सशक्त विदेश नीति हो, राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा हो या वैश्विक मंच पर भारत की गरिमा सुनिश्चित करना। इसी के साथ हम उन भ्रामक और विभाजनकारी बयानों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं जो नागरिकों के मनोबल को कमजोर करते हैं और राष्ट्रीय संस्थाओं पर संदेह पैदा करते हैं। ऐसे वक्तव्य और गतिविधियाँ न केवल वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को नुकसान पहुँचाते हैं, बल्कि उन तत्वों को भी प्रोत्साहित करते हैं जो हमारे राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध काम कर रहे हैं।

पारवानी ने आगे बताया कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए कुछ लोग हमारी सेनाओं की निष्ठा पर सवाल उठा रहे हैं, राष्ट्रीय अभियानों पर कीचड़ उछाल रहे हैं और जनता को महत्वपूर्ण मुद्दों पर भ्रमित कर रहे हैं। भारत का व्यापार और व्यापारी वर्ग प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ा है और सभी राजनीतिक वर्गों से आग्रह करता है कि वे राष्ट्र की सुरक्षा और गौरव के मामलों में दलगत राजनीति से ऊपर उठें। भारत के व्यापारी किसी भी ऐसी ताकत का समर्थन नहीं करेंगे - चाहे वह देश के भीतर हो या बाहर - जो हमारी एकता को कमजोर करे या हमारे विकास को पटरी से उतारे।