भारत बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश – जापान को पछाड़ा, अब सिर्फ चीन-अमेरिका आगे

भारत बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश – जापान को पछाड़ा, अब सिर्फ चीन-अमेरिका आगे

नई दिल्ली। भारत ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए जापान को पीछे छोड़ दिया है और अब वह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश बन गया है। ग्लोबल एनर्जी थिंक टैंक "Ember" की हालिया रिपोर्ट ‘Global Electricity Review 2024’ के अनुसार, भारत ने वर्ष 2023 में कुल 113 टेरावाट-घंटा (TWh) सौर ऊर्जा का उत्पादन किया, जबकि जापान का उत्पादन 110 TWh रहा। इस उपलब्धि के साथ भारत अब केवल चीन और अमेरिका से पीछे है। भारत की कुल विद्युत उत्पादन में सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी 5.8% रही, जो कि वैश्विक औसत 5.5% से भी अधिक है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत ने 2015 में सौर ऊर्जा उत्पादन के मामले में दुनिया में 9वां स्थान प्राप्त किया था, लेकिन 8 वर्षों में भारत ने जबरदस्त प्रगति करते हुए तीसरे पायदान पर जगह बना ली।

भारत की सौर ऊर्जा उत्पादन में 2015 से 2023 के बीच 17 गुना वृद्धि हुई है, जो वैश्विक वृद्धि (6 गुना) की तुलना में कहीं अधिक है। 2023 में भारत ने सौर उत्पादन में 18 TWh की वृद्धि दर्ज की, जो कि वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे बड़ा योगदान है। चीन (+156 TWh), अमेरिका (+33 TWh), और ब्राज़ील (+22 TWh) इस सूची में भारत से आगे रहे। ये चारों देश मिलकर वैश्विक सौर ऊर्जा वृद्धि के 75% से अधिक के लिए जिम्मेदार रहे। रिपोर्ट के अनुसार, सौर ऊर्जा लगातार 19वें साल दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला बिजली स्रोत रहा और 2023 में यह कोयले को पीछे छोड़ते हुए नए बिजली उत्पादन का सबसे बड़ा स्रोत बन गया।

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) के Net Zero परिदृश्य के मुताबिक, 2030 तक वैश्विक बिजली उत्पादन में सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी 22% तक पहुंच सकती है। साथ ही, COP28 सम्मेलन में दुनिया के नेताओं ने 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा की कुल क्षमता को तीन गुना करने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें भारत की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है। यह उपलब्धि न केवल भारत की हरित ऊर्जा नीतियों की सफलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि देश अपनी बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को स्वच्छ और टिकाऊ तरीकों से पूरा करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है।