संकुल केंद्र तागा में दीवार पत्रिका के माध्यम से बच्चों में सीखने की नई ललक

संकुल केंद्र तागा में दीवार पत्रिका के माध्यम से बच्चों में सीखने की नई ललक

शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, पौना में नवाचार की अनूठी पहल
जांजगीर-चांपा से राजेश राठौर की रिपोर्ट 
पौना। शिक्षा को रोचक और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से संकुल केंद्र तागा स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, पौना में "दीवार पत्रिका" (वॉल मैगज़ीन) के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अभिनव प्रयास के तहत विद्यालय की दीवारों को ज्ञान की दीवार में बदला गया है, जहाँ बच्चों की पाठ्यपुस्तकों से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी को प्रदर्शित किया गया है।

इस पहल का नेतृत्व शिक्षिका सरिता यादव के द्वारा किया जा रहा है संस्था के प्रधान पाठक ज्ञानचंद देवांगन वेद प्रकाश और महेश साहू द्वारा इस कार्य में सहयोग किया जाता है, जो लगातार छात्रों को प्रेरित कर रहे हैं कि वे दीवार पत्रिका की सामग्री को पढ़ें और उससे सीखें।

शिक्षा में नवाचार: कैसे हो रहा है बदलाव?
विद्यालय की दीवारों पर गणितीय सूत्र, विज्ञान के महत्वपूर्ण तथ्य, ऐतिहासिक घटनाएँ, प्रेरक कहानियाँ, कविता, पर्यावरण जागरूकता और साहित्यिक रचनाएँ चस्पा की गई हैं। छात्र दीवारों पर प्रदर्शित सामग्री को पढ़कर न केवल अपनी किताबों से जुड़े विषयों की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि उनमें अध्ययन की रुचि भी बढ़ रही है।

दीवार पत्रिका के माध्यम से हो रहे है लाभ:
 बच्चों में पठन कौशल और रचनात्मक लेखन को बढ़ावा मिल रहा है वही शिक्षा को रुचिकर और सहज बनाने का प्रयास किया जा रहा है। शिक्षकों व विद्यार्थियों के बीच संवाद और सहभागिता में वृद्धि भी हो रही है, वही टीम वर्क और शोध प्रवृत्ति को प्रोत्साहन मिलता नजर आ रहा है।

शिक्षकों और छात्रों की प्रतिक्रियाएँ
विद्यालय के प्रधान पाठक जी.सी. देवांगन ने बताया कि "इस पहल का उद्देश्य बच्चों को पाठ्यपुस्तकों के ज्ञान को व्यावहारिक रूप से समझने में मदद करना है। दीवार पत्रिका न केवल ज्ञान को रोचक बनाती है, बल्कि इससे छात्रों में पढ़ने की आदत भी विकसित होती है।"

शिक्षिका सरिता यादव ने कहा कि "इस पहल से बच्चे दीवारों से भी सीख रहे हैं। यह प्रयोग विशेष रूप से उन छात्रों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है, जो किताबें पढ़ने में रुचि नहीं लेते।"

छात्रों ने इस पहल को लेकर उत्साह व्यक्त किया है। कक्षा 7 के एक छात्र ने कहा, "पहले हम किताबों तक ही सीमित रहते थे, लेकिन अब हमें दीवारों पर विज्ञान के तथ्य और गणित के सूत्र भी मिलते हैं, जिससे पढ़ाई आसान और रोचक हो गई है।"

शिक्षा में नवाचार की अनोखी मिसाल - अनुभव तिवारी 
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, पौना में दीवार पत्रिका के माध्यम से शिक्षा को रुचिकर और प्रभावी बनाने का यह प्रयास निश्चित रूप से अन्य विद्यालयों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन सकता है। तागा संकुल समन्वयक अनुभव तिवारी  का मानना है, कि यदि इस तरह के नवाचारों को अन्य स्कूलों में भी अपनाया जाए, तो छात्रों में सीखने की रुचि कई गुना बढ़ सकती है।