क्या चंद्रमा से टकराएगा खतरनाक एस्टेरॉयड? नासा ने जारी की बड़ी चेतावनी

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क्या चंद्रमा से टकराएगा खतरनाक एस्टेरॉयड? नासा ने जारी की बड़ी चेतावनी

नई दिल्ली। दुनियाभर में खतरनाक ऐस्टरॉयड को लेकर चिंता है। इस ऐस्टरॉयड का नाम 2024 ङ्घक्र24 है। इसने बीते दिनों से लोगों को चिंता बढ़ा दी है। अभी तक वैज्ञानिकों को आशंका थी कि यह पृथ्वी से टकरा सकता है, लेकिन अब एक नई जानाकारी सामने आई है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने साफ कर दिया है कि अब 2024 ङ्घक्र24 पृथ्वी से टकराने की आशंका नहीं है। पृथ्वी से टकराने की आशंका तो टल गई है, लेकिन खतरे में चंद्रमा आ गया है। 
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि पृथ्वी तो बच गई है, लेकिन ऐस्टरॉयड के खतरे से चंद्रमा का बचना मुश्किल है। नासा की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ऐस्टरॉयड 2024 ङ्घक्र4 से पृथ्वी सुरक्षित है। साल 2032 में यह पृथ्वी के बगल से गुजर जाएगा। अब इसके धरती से टकराने की आशंका नहीं है। नासा के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के मुखिया पॉल चोडास ने बताया कि यह वह परिणाम है जिसकी हमें उम्मीद थी। नासा ने बताया कि यह ऐस्टरॉयड बेहद खतरनाक था। अगर इसकी पृथ्वी से टक्कर होती तो भीषण धमाका होता। इसमें 8 मेगाटन टीएनटी के बराबर का विस्फोट होता। जापान के हिरोशिमा के ऊपर गिराए घए परमाणु बम से 500 गुना अधिक शक्तिशाली धमाका होता। यह धमाका इतना भयानक होता है कि एक पूरा शहर पूरी तरह से खत्म हो सकता था। इसके साथ ही कई आसपास के शहरों पर गंभीर प्रभाव दिखाई देता। हालांकि, अब धरती के लिए राहत की बात है कि ऐस्टरॉयड को लेकर कोई खतरा नहीं है। हालांकि, नासा ने कैलकुलेशन के आधार पर बताया है कि यह ऐस्टरॉयड सीधे चंद्रमा की तरफ बढ़ सकता है। 
नासा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अब ऐस्टरॉयड के चंद्रमा से टकराने की आशंका बनती जा रही है, जो आशंका 1.7 प्रतिशत है। यह पहले लगाए गए अनुमानों के मुकाबले काफी अधिक है। पृथ्वी के विपरित, चंद्रमा पर इस ऐस्टरॉयड को गिरने से बचाने के लिए कोई वायुमंडल नहीं है। अगर ऐस्टरॉयड वायआरवाई चंद्रमा से टकराता है तो टक्कर के वक्त इसकी रफ्तार 30,000 मील प्रति घंटे की होगी। इससे चंद्रमा की सतह पर 6500 फीट चौड़ा गड्ढा बन जाएगा।
हालांकि, नासा के वैज्ञानिकों ने कहा है कि टकराने की संभावनाएं धीरे धीरे कम हो सकती हैं। नासा ने बताया कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप जल्द ही वायआरवाई ऐस्टरॉयड के वास्तविक आकार का पता लगाएगा। नासा की तरफ से यह कहा गया है कि  ऐस्टरॉयड अब पृथ्वी के लिए कोई महत्वपूर्ण प्रभाव खतरा नहीं है। इससे खगोलविदों को 2024 वायआरवाई ऐस्टरॉयड के अध्ययन के लिए एक अमूल्य अवसर मिलता है। नासा ने कहा है कि पृथ्वी तो इस ऐस्टरॉयड से बचने में भाग्यशाली रही है, लेकिन क्या चंद्रमा बचेगा? यह अभी भी बड़ा सवाल है।