पदभार संभालते ही कलेक्टर का पहला निर्देश, कहा - 'ऑफिस टायमिंग पर जीरो टॉलरेंस, अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय में रहें उपस्थित'

पदभार संभालते ही कलेक्टर का पहला निर्देश, कहा - 'ऑफिस टायमिंग पर जीरो टॉलरेंस, अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय में रहें उपस्थित'

नगरी से राजू पटेल की रिपोर्ट
सोमवार और गुरूवार को अधिकारी कार्यालयों में रहकर आमजनों की समस्याएं सुलझाएंगे
नगरी। पदभार संभालते ही नवनियुक्त कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने जिले के अधिकारी-कर्मचारियों को कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक ऑफिस में उपस्थित रहकर काम करने की हिदायत दी है। कलेक्टर ने आज सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की संक्षिप्त बैठक बुलाई। उन्होंने सबसे पहले ऑफिस टायमिंग पर अपनी जीरो टॉलरेंस नीति की बात की। श्री मिश्रा ने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारियों को शासन द्वारा निर्धारित उपस्थिति समय सुबह 10 बजे कार्यालय में आना होगा। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने अधीनस्थ कार्यालयों को भी अवगत कराने को कहा। कलेक्टर ने सख्त लहजे में निर्देश दिए कि कार्यालयीन समय पर उपस्थित नहीं होने या औचक निरीक्षण के दौरान बिना कारण-बिना सक्षम स्वीकृति के अनुपस्थित पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा देवहारी, श्रीमती रीता यादव, नगरनिगम आयुक्त सुश्री प्रिया गोयल सहित जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
                 बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सप्ताह में सोमवार एवं गुरूवार को सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों में सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक उपस्थित रहेंगे। इन दोनों दिन अधिकारी आकस्मिक कार्य को छोड़कर किसी दौरे आदि पर नहीं रहेंगे। सप्ताह के दोनों दिन अधिकारी अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर आमजनों की समस्याओं का निराकरण करेंगे। श्री मिश्रा ने इसकी सूचना के लिए सभी कार्यालयों में बोर्ड लगवाने के भी निर्देश दिए।
              कलेक्टर ने बैठक में निर्माण विभागों के कामों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने निर्माण कार्यों के लिए जारी होने वाली निविदाओं में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने यह भी कहा कि काम पूरा हो जाने के बाद पूरी प्रक्रिया कर निर्माण एजेंसियों का भुगतान जल्द से जल्द कर दिया जाए। कलेक्टर ने बिना किसी कारण के निर्माण एजेंसियों का भुगतान रोकने की शिकायतें मिलने पर कार्रवाई करने की हिदायत अधिकारियों को दी। उन्होंने सभी निर्माण कार्यों का सतत् निरीक्षण करने और गुणवत्तापूर्ण काम कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।