जल्द ही आएगा "Tata" की एक और कंपनी का IPO, खबर आमने आते ही 10% उछला गया स्टॉक
Tata Capital IPO

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़ी कारोबारी घरानों में शामिल टाटा ग्रुप से जुड़ी एक बड़ी खबर मंगलवार को सामने आई। दरअसल, बोर्ड बैठक के दौरान टाटा की एक और कंपनी को आईपीओ के लिए मंजूरी मिल गई है। जी हां, हम बात कर रहे हैं Tata Capital की, जिसके आईपीओ प्लान पर बोर्ड मेंबर सहमत हुए। रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी के आईपीओ का साइज करीब 15000 करोड़ रुपये हो सकता है। इस खबर के आने के बाद टाटा इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शेयर में तूफानी तेजी आई और ये 10 फीसदी की उछाल के साथ कारोबार करता नजर आया। आइए जानते हैं Tata IPO से जुड़ी डिटेल्स के बारे में विस्तार से...
टाटा कैपिटल 23 करोड़ शेयर करेगी जारी !
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को टाटा कैपिटल की बोर्ड बैठक में ग्रुप की फाइनेंस कंपनी Tata Capital को अपना आईपीओ लॉन्च करने के लिए मंजूरी मिल गई है। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) कथित तौर पर अपने आईपीओ के तहत 23 करोड़ नए शेयर जारी करेगी। इनमें फ्रेश शेयरों के साथ ही ऑफर फॉर सेल के जरिए प्रमोटर्स द्वारा बेचे जाने वाले स्टॉक्स भी शामिल होंगे। नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ आया था और उसके बाद यह टाटा समूह की पहली कंपनी होगी, जो अपना इश्यू लॉन्च करेगी।
बता दें कि टाटा कैपिटल में टाटा संस की 92.8 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि टाटा इन्वेस्टमेंट में टाटा संस की स्टेकहोल्डिंग करीब 68 फीसदी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा कैपिटल के शेयर सितंबर 2025 तक शेयर मार्केट में लिस्ट हो सकते हैं।
Tata Capital IPO को मंजूरी मिलने की खबर का सीधा असर टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Investment Ltd के शेयर पर देखने को मिली और ये कारोबारी के दौरान अचानक 10 फीसदी उछल गया। टाटा का ये स्टॉक सुबह शेयर मार्केट में कारोबार शुरू होने पर 5850 रुपये पर ओपन हुआ था और जैसे ही टाटा कैपिटल के आईपीओ को मंजूरी मिलने की खबर आई, ये तेज रफ्तार पकड़ते हुए 6,344 रुपये पर कारोबार करता नजर आया।
Tata Capital एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज (NBFC) कंपनी है। ये कंपनी Tata Sons की सब्सिडियरी भी है। क्रिसिल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट पर नजर डालें, तो कंपनी का AUM मार्च 2024 तक 1,58,479 रुपये था, जोकि मार्च 2023 के आखिरी में 1,19,950 करोड़ रुपये और मार्च 2022 के आखिरी में 94,349 करोड़ रुपये था। यह कपंनी एक अपर लेयर NBFC है, ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक, इस कैटेगरी में आने के तीन साल के भीतर इन्हें स्टॉक मार्केट में लिस्ट करना जरूरी है।
टाटा कैपिटल के लिए 3 साल की यह डेडलाइन सितंबर 2025 तक खत्म हो रही है यानी इसे सितंबर 2025 तक मार्केट में लिस्ट होना है। इसी के मद्देनजर बोर्ड ने इस कंपनी के आईपीओ को मंजूरी दे दी है।