कब पृथ्वी पर वापस आएंगी सुनीता विलियम्स? नासा ने बताया, यहां जानिए सभी जानकारी
Sunita Williams

नई दिल्ली। नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बैरी विल्मोर को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर अंतरिक्ष से जल्द ही पृथ्वी पर वापसी होने वाली है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि करते हुए कहा कि सुनीता विलियम्स और विल्मोर मार्च 2025 के आखिरी में पृथ्वी पर वापस आएंगे। नासा के दोनों अंतरिक्ष यात्री आठ महीने से ज्यादा समय से अन्तरराष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन पर फंसे हुए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर की वापसी पहले जल्दी होने वाली थी, लेकिन मिशन के पुनर्निर्धारण और तकनीकी समस्याओं की वजह से इनमें देरी हुई है। क्रू-10 मिशन के आने से उनकी वापसी जुड़ी है। क्रू-10 मिशन को 12 मार्च 2025 को स्थानीय समयानुसार शाम 7:48 बजे लॉन्च किया जाएगा। इस क्रू में अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, रोस्कोस्मोस कॉस्मोनॉट किरिल पेस्कोव और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के ताकुया ओनिशी शामिल हैं। सभी अंतरिक्ष यात्री अन्तरराष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन पर संचालन का कार्यभार संभालेंगे। क्रू-10 के आईएसएस पर पहुंचने पर एक हफ्ते की हैंडओवर प्रक्रिया चलेगा। इससे विलियम्स और विल्मोर के पृथ्वी पर वापस आने से पहले एक सहज ट्रांजिशन सुनिश्चित की जाएगी। सुनीता विलियम्स और उनके साथी बैरी विल्मोर आठ महीने से ज्यादा समय से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में मौजूद हैं। बोइंग स्टारलाइनर में खराबी की वजह से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को टाल दिया गया। यह मिशन सिर्फ आठ दिन का ही था, लेकिन हीलियम लीक और थ्रस्टर में खराबी के कारण उनकी वापसी नहीं हो पाई।
अब सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर को एलन मस्क की कंपनी स्पेश एक्स के ड्रैगन क्रू कैप्सूल से वापस लाया जाएगा। नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के प्रमुख स्टीव स्टिच ने क्रू रोटेशन में स्पेसएक्स की भूमिका की तारीफ की है। विलियम्स और विल्मोर क्रू ड्रैगन से धरती पर लौटेंगे। यह नियंत्रित तरीके से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा, जिसके बाद यह अटलांटिक महासागर या मैक्सिको की खाड़ी में उतरेगा। यहां पर रिकवरी टीमें अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित किनारे पर लाने के लिए तैयार रहेंगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेसएक्स को नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम ने करीब 3 बिलियन डॉलर दिए हैं।
स्पेश एक्स का ड्रैगन क्रू कैप्सूल को बनने के बाद से 46 बार लॉन्च किया जा चुका है। ड्रैगन क्रू कैप्सूल 42 बार अन्तरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा कर चुका है। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक बार रीफ्लाइट हुई है। इसमें एक बार में सात अंतरिक्ष यात्री बैठ सकते हैं। दुनिया का यह पहला निजी अंतरिक्ष यान है, जो लगातार अंतरिक्ष स्टेशन पर एस्ट्रोनॉट्स और कार्गो लेकर आता-जाता है। आमतौर पर इसमें दो से चार अंतरिक्ष यात्री बैठते हैं। आपात स्थिति में सात यात्री बैठ सकते हैं।