क्या पृथ्वी पर फिर दिखेंगे विलुप्त विशालकाय हाथी? वैज्ञानिकों को मिली ये बड़ी सफलता

नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने हजारों साल पहले विलुप्त हो चुके हाथी जैसे दिखने वाले मैमथ को फिर जीवित करने की कोशिश की, लेकिन इसकी जगह उन्होंने वूली चूहा यानी ऊनी चूहा बना दिया है। वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में घने बालों वाले चूहे को जन्म देने में सफलता हासिल की है। टेक्सास की एक बायोटेक कंपनी ने साल 2021 में विलुप्त हो चुके वूली मैमथ को फिर से जीवन करने की घोषणा की थी। हालांकि, वैज्ञानिकों ने चूहों के सात जीन बदलने के बाद घने बालों वाला चूहा बनाया है। इसका नाम कोलॉसल वूली माउस र शोधकर्ताओं का कहना है कि इस छोटे चूहे का जन्म एक ऐतिहासिक सफलता है, क्योंकि यह विलुप्त जीवों को पृथ्वी पर दोबारा लाने का माध्यम हो सकते हैं। कोलोसल बायोसाइंसेज के शोधकर्ताओं ने यह खोज की है। यह निजी कंपनी मैमथ और अन्य विलुप्त जानवरों को फिर से जीवित करने की कोशिश कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लैब में जन्म लेने वाले चूहे के घुंघराले बाल हैं। यह एक सामान्य लैब माउस की तुलना में तीन गुना लंबे हैं। जेनेटिकली इंजीनियर्ड चूहे सामान्य लैब चूहों की तुलना में रंग में हल्के होते हैं। आनुवंशिक रूप से संशोधित चूहे में कई मैमथ जैसे लक्षण हैं। मैमथ हजारों साल पहले विलुप्त हो चुके हैं, जो एक विशाल जीव थे। यह करीब 4000 साल पहले विलुप्त हो गया था। इसलिए चूहे का बहुत बड़ा प्रभाव हो सकता है।
कोलोसल ने बताया कि ऊनी चूहा बनाने के लिए उन्होंने आनुवंशिक वेरिएंट की पहचान की थी। इसमें मैमथ अपने सबसे करीबी जीवित रिश्तेदार, एशियाई हाथी से अलग थे। कंपनी के वैज्ञानिकों ने इसके बाद बालों की लंबाई, मोटाई, बनावट, रंग और शरीर की चर्बी से संबंधित 10 वेरिएंट की पहचान की, जो लैब चूहे में समान, ज्ञात डीएनए वेरिएंट के अनुरूप थे।
वैज्ञानिकों ने फाइब्रोब्लास्ट ग्रोथ फैक्टर 5 नामक जीन को लक्षित किया। इससे लंबे और घने बाल बनते हैं। वैज्ञानिकों की तरफ से ऊनी बालों की बनावट, लहरदार कोट और घुंघराले मूंछें बनाने के लिए बाल कूप विकास और संरचना से संबंधित तीन जीनों को बदला गया, तो वहीं सुनहरे बालों के लिए मेलानोकोर्टिन 1 रिसेप्टर जीन को लक्षित किया गया।