चुनाव टालने की साजिश का जय व्यापार पैनल द्वारा कड़ा विरोध

रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के चुनाव में जय व्यापार पैनल को मिल रहे अभूतपूर्व समर्थन से घबराकर विरोधी खेमा अनैतिक हथकंडों पर उतर आया है। अपनी निश्चित हार को भांपते हुए वे येन-केन-प्रकारेण चुनाव को टालने का प्रयास कर रहे हैं।
ताजा घटनाक्रम में, विरोधी खेमे ने जल्दबाजी में चार अलग-अलग जिलों से पत्र जारी करवाए है जिसमें चेम्बर के प्रमुख पद अध्यक्ष, महामंत्री एवं कोषाध्यक्ष भी रायपुर से ही होने की अनिवार्यता पर सवाल किये गये है। यह सारे पत्र शब्दशः एक जैसे है यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि यह सारे पत्र एक ही जगह से आ रहे हैं और उनका इरादा चुनाव प्रक्रिया को पटरी से उतारने और चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने का प्रयास है।
11 नवम्बर 2011 को तत्कालीन अध्यक्ष श्रीचंद सुदरानी द्वारा भी संविधान संषोधन किया गया था। उस समय भी अध्यक्ष, महामंत्री एवं कोषाध्यक्ष में रायपुर से ही होने के प्रावधान को यथावत रखा गया था।
यह प्रावधान चेम्बर के काम काज सुगम और सुचारू रूप से संचालित करनें के उदेद्ष्य से चेम्बर के संस्थापक सदस्यो द्वारा बनाया गया था। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में किये गये संविधान संषोधन मे भी इस प्रावधान को यथावत रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि संविधान संषोधन पर श्रीचंद सुंदरानी द्वारा रजिस्ट्रार फर्म्स एण्ड सोसायटी के समक्ष कई बिन्दुओं पर आपत्ति लगाई गई थी। लेकिन वहां पर भी उन्होनें इस बिन्दु पर कोई आपत्ति नहीं की थी । चेम्बर के वार्षिक सम्मेलन और कार्यकारिणी बैठको का नियमित रूप से आयोजन होता रहा है। लेकिन किसी भी बैठक में किसी भी सदस्य द्वारा इस विषय को विचारार्थ नहीं रखा गया था अब जबकि चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है और चुनाव अधिकारी द्वारा चुनाव कार्यक्रम घोषित किये जा चुके है इस समय में इस मुदृदे को उठाना चेम्बर चुनाव को वास्तविक मुद्दो से हटाकर भटकाने की कोशिश है।
जय व्यापार पैनल इस तरह की चालबाजियों की कड़ी निंदा करता है। इस प्रकार के हथकंडों का व्यापारी समुदाय चुनाव में जवाब देगा।
हम समस्त व्यापारी समुदाय से अपील करते हैं कि वे इन भ्रामक प्रयासों का शिकार न हों और पूरी दृढ़ता के साथ चुनाव प्रक्रिया को सफल बनाएं।