कितने मुखी रुद्राक्ष होता है सबसे शक्तिशाली? किन लोगों को नहीं करना चाहिए धारण? पहनने से पहले जान लें जरूरी बातें
Rudraksh

नई दिल्ली। रुद्राक्ष एक ऐसा दिव्य आभूषण है जिसे कई लोग धार्मिक दृष्टि से पहनते हैं। रुद्राक्ष के लाभों के बारे में माना जाता है कि यदि इसे सही तरीके से धारण किया जाए तो यह जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। यह भगवान शिव का प्रिय माना जाता है और इसके बारे में धार्मिक मान्यता है कि इसे धारण करने से व्यक्ति को भगवान की कृपा प्राप्त होती है। इस आर्टिकल में हम रुद्राक्ष के प्रकार, उनके लाभ और पहनने से जुड़ी जरूरी बातें विस्तार से जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से।
रुद्राक्ष के प्रकार और उनकी विशेषताएं
रुद्राक्ष मुख्य रूप से 14 प्रकार के होते हैं, जिनमें से हर एक का अपना महत्व और प्रभाव होता है। इन 14 रुद्राक्षों में से सबसे शक्तिशाली रुद्राक्ष ‘एकमुखी रुद्राक्ष’ माना जाता है। इसे भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है, और यह बहुत दुर्लभ भी है। यह रुद्राक्ष मन, आत्मा और शरीर को शांति प्रदान करता है। इसके अलावा, इसे धारण करने से व्यक्ति की मानसिक स्थिति में स्थिरता आती है और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है।
रुद्राक्ष के लाभ
रुद्राक्ष को धारण करने से कई प्रकार के लाभ होते हैं। सबसे पहला लाभ यह है कि इससे व्यक्ति की मानसिक शांति बनी रहती है। यह तनाव को कम करता है और जीवन को संतुलित बनाता है। इसके अलावा, रुद्राक्ष को धारण करने से नकारात्मक ऊर्जा से बचाव होता है और आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है। यह रुद्राक्ष विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है जो आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर हैं।
रुद्राक्ष धारण करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
रुद्राक्ष को धारण करने से पहले कुछ विशेष नियमों का पालन करना जरूरी होता है। उदाहरण के लिए, रुद्राक्ष धारण करते समय इसे किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह लेकर ही पहनना चाहिए। रुद्राक्ष को हमेशा शुद्ध और स्वच्छ स्थान पर रखा जाए और इसे सोने से पहले या किसी मृत व्यक्ति के पास जाने से पहले निकाल लेना चाहिए। रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को मांसाहार और मादक पदार्थों से दूर रहना चाहिए, ताकि इसका पूरा लाभ प्राप्त हो सके।
किन लोगों को रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए
कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके लिए रुद्राक्ष पहनने की मनाही होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को रुद्राक्ष पहनने से बचना चाहिए क्योंकि इससे अत्यधिक ऊर्जा निकलती है, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक हो सकती है। इसके अलावा, जो लोग मांसाहार या मादक पदार्थों का सेवन करते हैं, उन्हें रुद्राक्ष पहनने से बचना चाहिए। इसके अलावा, जो लोग भगवान शिव या धर्म में विश्वास नहीं रखते, उनके लिए भी रुद्राक्ष का कोई महत्व नहीं है, और इसे सिर्फ फैशन के लिए पहनना ठीक नहीं है।