रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने डेनेक्स फैक्ट्री, एजुकेशन सिटी जावंगा, कारली नक्सल पीड़ित पुनर्वास केन्द्र का किया अवलोकन

महिला आत्मनिर्भरता, युवाओं के रोजगार, तथा पीड़ित परिवारों के हितार्थ किए जा रहे प्रयासों की तहे दिल से किया सराहना
दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट
दंतेवाड़ा। राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, रक्षा मंत्रालय नई दिल्ली के अध्ययन यात्रा-2025 अन्तर्गत कुल 18 अधिकारियों के दल का प्रवास विगत 5 फरवरी को जिले में हुआ। इस प्रवास के दौरान रक्षा अधिकारियों ने जिले में डेनेक्स फैक्ट्री गीदम, एजुकेशन सिटी जावंगा, कारली स्थित नक्सल पीड़ित परिवारों के पुनर्वास केन्द्र, सक्षम विद्यालय एवं आस्था विद्या मंदिर का भ्रमण कर जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्वारा किए जा रहे सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान गतिविधियों को देखकर विशेष रूप से सराहा। वरिष्ठ रक्षा अधिकारी संदीप सिंह सन्धु, के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय के इस प्रतिनिधि मंडल द्वारा सर्वप्रथम डेनेक्स फैक्ट्री गीदम, का अवलोकन किया गया। दल को अवगत कराया गया कि स्थानीय महिलाओं के आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन ने नवा दंतेवाड़ा गारमेन्ट फैक्ट्री की शुरुआत 31 जनवरी 2021 को की गई है। तथा यहां से महिलाओं द्वारा निर्मित कपड़े को डेनेक्स ब्रांड का नाम दिया गया है। इसके साथ ही जिले के अन्य विकासखण्ड में भी डेनेक्स फैक्ट्री स्थापित की जा चुकी है। इस तरह इन चारों फैक्ट्रियों में लगभग 1200 परिवारों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। यहां से बने कपड़ों का विक्रय पूरे देश में किया जा रहा है। यहां प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने कार्यरत कामगार महिलाओं से चर्चा करके उनके हौसले को बढ़ाया।
इस क्रम में उक्त प्रतिनिधि मंडल ने कारली में स्थित आत्म समर्पित एवं नक्सल हिंसा पीड़ित परिवारों के पुनर्वास केन्द्र को भी देखा। गौरतलब है जिला एवं पुलिस प्रशासन के तत्वाधान में ’’लोन वर्राटू’’ (घर वापसी ) अभियान के तहत पीड़ित परिवारों के रहवास एवं रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराकर केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।
इसके साथ ही प्रतिनिधि मंडल ने एजुकेशन सिटी जावंगा का भी अवलोकन किया। यहां उनके द्वारा सक्षम-2 (विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का बाधारहित कन्या आवासीय विद्यालय जावंगा गीदम) में बच्चों से चर्चा करते हुए उनके अध्ययन सहित अन्य गतिविधियों में विशेष उपलब्धियां अर्जित करने पर प्रोत्साहित किया। यहां उपस्थित शिक्षकों ने दल को जानकारी दी कि दृष्टिबाधित बच्चों की पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष उपकरण ’’एनी डिवाइस’’ प्रदान किया गया है। दृष्टिबाधित बच्चों के लिए एक क्रांतिकारी उपकरण यह एक स्मार्ट लर्निंग टूल है, जो ब्रेल लिपि सीखने और पढ़ने में बच्चों की मदद करता है। इसके साथ ही एजुकेशन हब के छात्र-छात्राओं को घुड़सवारी में पारंगत करने के लिए घुड़सवारी की बारीकियां, अश्व संचालन के तौर तरीके सिखाए जा रहे है। इस मौके पर यहां बच्चों ने प्रतिनिधि मंडल को अपना गीत संगीत भी सुनाया जिसकी सभी ने प्रशंसा किया। तत्पचात दल ने नव गुरुकुल संस्था के माध्यम से छात्रों दिए जा रहे निःशुल्क सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कक्षाओं का भी अवलोकन किया। शिक्षकों ने इस दौरान बताया कि छात्रों हेतु 18 महीने का निःशुल्क सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रारंभ किया गया है। जिसमें चयनित छात्रों को पीईटी, पीएमटी, आईआईटी, जेईई जैसी प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी कराई जा रही है। जिसमें इस कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम में परीक्षा अनुरूप पाठ्यक्रम, पारंपरिक शिक्षा प्रणाली से अलग विशेषज्ञ, शिक्षकों के साथ छात्रों को सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के अलावा इंग्लिश कम्युनिकेशन, लीडरशिप के संबंध में भी मार्गदर्शन दिया जा रहा है। यहां दल के सदस्यों ने बच्चों के लिए किए जा रहे शिक्षा और कौशल विकास के प्रयासों को अनुकरणीय बताया। इस मौके पर डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला, सहित अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।