राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई दंतेवाड़ा जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की परिचर्चा सह बैठक

राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई दंतेवाड़ा जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की परिचर्चा सह बैठक

दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट

दंतेवाड़ा। ’’विकास की धुरी स्थानीय समुदाय की सहभागिता, विश्वास एवं जागरुकता पर ही केन्द्रित होती है। फिर वह चाहे योजनाओं का धरातलीय क्रियान्वयन से लेकर नवाचार की पहल हो या फिर सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हो सर्वप्रथम सामाजिक भरोसा हासिल करना, पहली प्राथमिकता होनी चाहिए और मुझे खुशी है कि जिला एवं पुलिस प्रशासन इन्हीं मानकों को ध्यान में रखकर बेहतर कार्य कर रहा है’’। संयुक्त जिला कार्यालय के डंकनी सभा कक्ष में छत्तीसगढ़ राज्य के राज्यपाल रमेन डेका ने उक्त आशय के विचार जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की परिचर्चा सह बैठक में व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि पिछड़े समुदाय को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए जरूरी है कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार से संबंधित सेवाएं, जनकल्याण योजनाओं का सीधा लाभ उन्हें मिले। प्रशासन के प्रति भरोसा कायम होने के पश्चात स्वतः ही सकारात्मक बदलाव परिलक्षित होगा।
इसके पूर्व इस परिचर्चा सह बैठक में कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी द्वारा बैठक के एजेंडे अनुसार जल संचयन हेतु नागरिकों को प्रोत्साहित करना, जैविक कृषि को प्रोत्साहन, स्वच्छता के साथ जीवन शैली पर विशेष ध्यान, बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित योग, व्यायाम के प्रति लोगों को जागरूक करने, टीबी का उन्मूलन, बाल लिंगानुपात के प्रति जागरूकता, एवं लड़कियों के स्कूल छोड़ने की दर को कम किए जाने के प्रयास, बच्चों की शिक्षा, विशेष रूप से श्रम करने वाले बच्चों एवं अनाथ बच्चों से संबंधित कार्य योजना, समुचित पुस्तकालय वाचनालय की उपलब्धता, एनसीसी के प्रति छात्रों में रूचि, असहाय, परित्यक्त वृद्धजनों की सहायता, भिक्षुकों के लिए मन्दिर, गुरूद्वारों एवं अन्य सामाजिक संगठनों के सहयोग से उनके रहवास की सुविधा, उनके श्रम का समुचित इस्तेमाल, ग्रामीण एवं शहरी महिलाओं के कौशल का उपयोग कर उनकी आय बढ़ाना, स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं की भागीदारी, सहित आकांक्षी जिला के संबंध में जिले की प्रगति का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। इसके तहत जिले में जल संचयन एवं जल संरक्षण को मुर्त रूप देने के लिए देष के विभिन्न स्थानों में जल संरक्षण हेतु किए गए प्रयासों का आंकलन करने के लिए स्थानीय व्यक्तियों का टीम बनाकर भ्रमण, यात्रा, जल गुणवत्ता प्रशिक्षण हेतु 1504 महिलाओं को तथा एनआरएलएम के अन्तर्गत कृषि मित्र एवं FNHW कैडर की 150 महिलाओं को प्रशिक्षण एवं जल प्रहरी तथा जल दूत नियुक्ति किए जाने, जैविक कृषि को प्रोत्साहन, अन्तर्गत (सम्पूर्ण दन्तेवाड़ा जिले को जैविक जिला में परिवर्तित कर कृषकों की आजीविका विकास हेतु जैविक एवं प्राकृतिक खेती में वृहद स्तर में प्रशिक्षण, प्रचार-प्रसार, शैक्षणिक भ्रमण, सिंचाई रकबा विस्तार, अधोसंरचना विकास एवं किसानों को अपने उत्पादन में वृद्धि तथा उत्पाद का सही मूल्य मिल सके, इस हेतु मार्केट लिंकेज के लिये विस्तृत कार्ययोजना बनाने, किसान खेत पाठशाला    प्रशिक्षण   कार्यक्रम उत्पादकता बढ़ाने के हरी खाद का प्रयोग, श्री विधि द्वारा उत्पादन, सभी विकासखण्ड में जैविक आदान सामग्री विक्रय केन्द्र की स्थापना, स्वच्छता के साथ जीवन शैली के तहत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत जिले में अबतक कुल 50224 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण, साथ ही सामुदायिक स्थल, हाट बाजार, बस स्टैण्ड में अबतक कुल 371 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत जिले में 165 शेड का निर्माण कचरा, ग्राम पंचायतों में स्वच्छता दीदीओ समूह का गठन, शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा सत्र के प्रारंभ में शिक्षक-पालक बैठक के आयोजन, लड़कियों को स्कूल छोड़ने की दर को कम करने के लिए उन्हे विभिन्न तरह की छात्रवृत्ति प्रदान करने एवं छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध करने, अप्रवेशी एवं शाला त्यागी बच्चों की संख्या जानने के लिए संपूर्ण जिले का सर्वे , सर्वे के बाद कुल 813 बच्चों को विद्यालय में पुनः प्रवेश, जिले के 67 ग्राम पंचायतों में बालमित्र पुस्तकालय की स्थापना, और स्थानीय बेरोजगार युवक युवतियों को बालमित्र पुस्तकालय में बाल मित्रों के रूप में नियुक्ति, एनसीसी और एनएसएस संस्था में छात्रों की उल्लेखनीय भागीदारी, को प्रोत्साहन, राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के तहत जिले के प्राकृतिक एवं धार्मिक स्थलों में सुविधाओं का विस्तार पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए जिले के प्रसिद्ध स्थलों में नवीन गतिविधियों को प्रांरभ करने, इसके अलावा असहाय और निराश्रित वृद्धजनों के पुनर्वास तथा आकांक्षी जिला के संबंध में जिले के तहत अर्जित की गई उपलब्धियां की विस्तृत जानकारी बैठक में प्रस्तुत की गई।

माओवाद उन्मूलन में पुलिस प्रशासन के प्रयासों को मिल रही है सफलता
इस क्रम में पुलिस प्रशासन से बस्तर आईजी श्री सुंदर राज पी द्वारा एजेंडे में माओवादी के उन्मूलन अभियान की जानकारी देते हुए बताया गया कि जिले में उपलब्ध बल डीआरजी, बस्तर फाईटर्स, सीएएफ एवं सीआरपीएफ बल के साथ माओवादियों के प्रभावी क्षेत्रों को नियंत्रण करने हेतु लगातार स्पेशल ऑपरेशन, एरिया डोमिनेशन, डी-माइनिंग, कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन, रोड सर्च ऑपरेशन, एसआरपी, एम्बुश, रोड सर्च ऑपरेशन, कार्यवाही किया जा रहा है। उक्त कार्यवाही के साथ-साथ जिले के माओवादी प्रभावित अंदरुनी क्षेत्रों में जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर आवागमन हेतु सड़क, पुल, पुलिया एवं अन्य विकास कार्यों का प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। शासन की पुनर्वास कार्य योजना का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कर माओवादियों को राष्ट्र की मुख्यधारा में वापस लाने के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं जिससे प्रभावित होकर नक्सलियों के द्वारा आत्मसमर्पण किया जा रहा है। जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
इसके अलावा 15 जून 2020 से चलाये जा रहे लोन वर्राटू  (घर वापस आईये) के तहत भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांव-गांव तक किया जा रहा है, इसके प्रभाव में लगातार शीर्ष माओवादियों सहित भटके हुए माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 209 इनामी सहित कुल 889 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके है।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने बैठक के प्रारंभ में रेडक्रॉस सोसाइटी, स्व सहायता समूहों की दीदियों और जैविक खेती करने वाले किसानों से स्टाल का निरीक्षण कर संवाद उनकी गतिविधियों और योगदान के बारे में जानकारी ली। इस चर्चा का उद्देश्य इन संगठनों और व्यक्तियों द्वारा किए जा रहे सामाजिक और आर्थिक प्रयासों को समझना और उन्हें और अधिक सशक्त बनाने के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान करना था परिचर्चा सह बैठक के समापन पर महामहिम राज्यपाल को जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

बैठक में इस दौरान राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह, डीआईजी कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, डीएफओ सागर जाधव, जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा सहित जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।