बख्शे नहीं जाएंगे भ्रष्ट अफसर: सीएम

भ्रष्टाचार पर सरकार जीरो टॉलरेंस पर
सदन में धरमलाल कौशिक के सवाल पर मुख्यमंत्री का जवाब
रायपुर (चैनल इंडिया)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज फिर दोहराया है कि प्रदेश में सुशासन की सरकार है और इसमें भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों पर भ्रष्टाचार का मुद्दा गरमाया। भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि छह अधिकारियों के खिलाफ जांच जारी है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सुशासन एवं अभिसरण के तहत भ्रष्टाचार पर पारदर्शी कार्रवाई कर रही है।
विधायक धरमलाल कौशिक ने पूछा कि 31 जनवरी, 2025 तक राज्य प्रशासनिक सेवा में प्रथम श्रेणी के कितने पद स्वीकृत, भरे और रिक्त हैं, साथ ही किन-किन अधिकारियों पर 2019 से ईओडब्ल्यू, एसीबी या विभागीय जांच चल रही है। मुख्यमंत्री ने जवाब में बताया कि राज्य में प्रथम श्रेणी के 255 पद स्वीकृत, 251 पद भरे और 4 रिक्त हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि छह अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के मामले में जांच जारी है।
धरमलाल कौशिक ने कहा कि उनके सवाल लगाने के बाद सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपी अफसरों पर कार्रवाई तेज कर दी है। भरोसा राम ठाकुर के खिलाफ 28 जनवरी 2025 को जांच की अनुमति दी गई। टेकराम महेश्वरी को 7 जनवरी 2025 को निलंबित किया गया और 4 फरवरी 2025 को अभियोजन की अनुमति दी गई। ज्योति बबली के खिलाफ 14 फरवरी 2025 को कार्रवाई के लिए स्मरण पत्र भेजा गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने सुशासन एवं पारदर्शिता को प्राथमिकता देते हुए भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार सख्त है। इसके लिए सुशासनअभिशरण विभाग का गठन भी किया गया है। प्रदेश में भाजपा सरकार का सुशासन चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईओडब्ल्यू- एण्टी करप्शन ब्यूरो में दर्ज प्रकरणों को अदालत तक पहुंचाने की कोशिश तेज की जाएगी ताकि आरोपियों को दंडित किया जा सके।
डॉ. मनमोहन सिंह को श्रध्दांजलि
आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत डॉ. मनमोहन सिंह को श्रध्दांजलि अर्पित की गई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डॉ. मनमोहन सिंह को स्मरण करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया तथा उन्हें श्रध्दा-सुमन अर्पित किया। डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में सदन की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित किया गया।