पाप को पहचानें और वैराग्य की ओर बढ़ें : साध्वी हंसकीर्ति श्रीजी

27 दिवसीय दादागुरुदेव इकतीसा की दादाबाड़ी में धूम, 9 अगस्त को समापन
रायपुर। आत्मोत्थान चातुर्मास 2025 के अंतर्गत दादाबाड़ी में मंगलवार को आयोजित प्रवचन में परम पूज्य साध्वी श्री हंसकीर्ति श्रीजी म.सा. ने धर्म, पाप और वैराग्य के गुण विषयों पर गहन विचार प्रस्तुत किए। साध्वीजी ने कहा कि पाप दो प्रकार के होते हैं प्रायोजन से और निस्प्रयोजन से। कुछ पाप हमारे पीछे चलते हैं, और कुछ पाप ऐसे होते हैं जिनके पीछे हम स्वयं भागते हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन में कई बार पाप को अनजाने में भी किया जाता है, जो हमें दिखाई नहीं देता। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाएं जब रसोई में सब्जी काटती हैं, तब भी जीव हिंसा होती है। "जब जीव को काटा जाता है, तब पाप होता ही है। ऐसे पाप सूक्ष्म होते हुए भी बड़े परिणाम ला सकते हैं,"
प्रवचन के दौरान साध्वीजी ने भय के स्वरूप पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “मनुष्य को सांप से डर लगता है क्योंकि उसका रूप भयानक होता है, लेकिन उसके बच्चे से नहीं डरता, जबकि वह भी उतना ही विषैला हो सकता है। जीवन में छोटे-छोटे पाप भी बड़े पापों जितनी ही हानि पहुँचा सकते हैं।”
साध्वी श्रीजी ने कहा कि केवल पाप करना ही नहीं, बल्कि पाप की बातें सुनना, उनका समर्थन करना या मौन सहमति देना भी पाप की श्रेणी में आता है।
प्रवचन में एक प्रेरणादायक प्रसंग साझा करते हुए साध्वीजी ने बताया कि किस प्रकार सागरदत्त मुनि रानियों के साथ राजमहल की छत पर सूर्यास्त देख रहे थे। जब आकाश में बादलों ने पर्वत का आकार लिया और फिर हवा के तेज झोंके से वह दृश्य नष्ट हो गया, तब सागरदत्त मुनि गहरे चिंतन में डूब गए। प्रकृति के बदलते रूपों को देखकर उन्हें वैराग्य की अनुभूति हुई, जिसे उन्होंने अपने माता-पिता को समर्पित कर दिया।
9 अगस्त तक चलेगा 27 दिवसीय दादा गुरुदेव इकतीसा जाप
धर्मनगरी रायपुर स्थित श्री जिनकुशल सूरी जैन दादाबाड़ी तीर्थ में आत्मोत्थान वर्षावास 2025 के अंतर्गत 27 दिवसीय दादा गुरुदेव इकतीसा जाप का आयोजन 14 जुलाई से 9 अगस्त तक किया जा रहा है। यह जाप प्रतिदिन रात 8.30 से 10.30 बजे तक श्री जिनकुशल सूरी जैन दादाबाड़ी, एम.जी. रोड, रायपुर में आयोजित हो रहा है।
प्रतिदिन चांदी के चरण कमल ड्रा का आयोजन किया जा रहा है, वहीं विशेष अवसरों – अमावस्या एवं पूर्णिमा – पर बंपर ड्रा भी रखा गया है।
यह धार्मिक आयोजन ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट एवं आत्मोत्थान चातुर्मास समिति, रायपुर के सान्निध्य में तथा अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद, रायपुर के संयोजन में सम्पन्न हो रहा है।
श्री ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय कुमार भंसाली, आत्मोत्थान चातुर्मास समिति 2025 के अध्यक्ष अमित मुणोत ने बताया कि दादाबाड़ी में सुबह 8.45 से 9.45 बजे साध्वीजी का प्रवचन होगा। आप सभी से निवेदन है कि जिनवाणी का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।