"जांजगीर-चांपा में ढाबों पर सरेआम शराबखोरी, आबकारी विभाग की संदिग्ध चुप्पी!"

जांजगीर-चांपा से राजेश राठौर की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा। जिले में अवैध शराब बिक्री का गोरखधंधा लगातार बढ़ता जा रहा है। तिलई रोड स्थित रोड़ा ढाबा और बिरगहनी चौक पर सुखलाल ढाबा में शराब परोसने का ऐसा खेल चल रहा है कि सरकारी देसी शराब दुकानें भी पीछे छूट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस गोरखधंधे में ढाबा संचालकों और आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत साफ नजर आ रही है।
ढाबों में ‘मिनी बार’, कानून की खुली धज्जियां!
रात होते ही ये ढाबे शराबियों के अड्डे में तब्दील हो जाते हैं। यहां न केवल शराब बेची जा रही है, बल्कि खुलेआम परोसी भी जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, शराबियों के हुड़दंग से राहगीरों और परिवारों को काफी परेशानी होती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
आबकारी विभाग की भूमिका संदिग्ध
सूत्रों का कहना है कि इस अवैध कारोबार के पीछे आबकारी विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत है। यदि समय रहते इन ढाबों पर छापा मारा जाए तो बड़ी मात्रा में अवैध शराब जब्त हो सकती है, लेकिन विभाग की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो जनता विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होगी। प्रशासन को चाहिए कि इन ढाबों पर छापेमारी कर शराब माफियाओं पर शिकंजा कसे और जांजगीर-चांपा में बढ़ती अवैध शराब बिक्री को रोके।