अब पूरे देश में चलेगा वोटर वेरिफिकेशन अभियान, बिहार बना मॉडल

voter verification campaign

अब पूरे देश में चलेगा वोटर वेरिफिकेशन अभियान, बिहार बना मॉडल

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बिहार में सफलतापूर्वक लागू की गई वोटर वेरिफिकेशन प्रक्रिया को अब पूरे देश में लागू करने का फैसला लिया है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूचियों की शुद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है, ताकि केवल योग्य और असली भारतीय नागरिक ही वोटर लिस्ट में शामिल रहें। बिहार में शुरू हुई इस प्रक्रिया के तहत घर-घर जाकर बीएलओ (BLO) द्वारा मतदाता जानकारी एकत्र की गई और 2003 के बाद वोटर लिस्ट में शामिल हुए लोगों से जन्म प्रमाण और नागरिकता से जुड़े दस्तावेज मांगे गए। आयोग ने बताया कि इस प्रक्रिया में लगभग 99.8% मतदाताओं को कवर किया गया और करीब 60.5 लाख नाम हटाए जाने की संभावना है, जिनमें से कई फर्जी या विदेशियों के होने का संदेह है।

इस मॉडल को अब पूरे देश में लागू किया जाएगा और इसके लिए चुनाव आयोग एक विशेष राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस पहल को लेकर नाराजगी जताई है और आरोप लगाया है कि इससे कुछ खास समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन चुनाव आयोग का कहना है कि यह कदम पूरी तरह कानूनी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए है। आयोग का लक्ष्य 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले देशभर में मतदाता सूचियों को सही और सटीक बनाना है।