मेघालय में शादी से पहले अनिवार्य होगा HIV टेस्ट, सरकार ला सकती है नया कानून

नई दिल्ली। मेघालय सरकार ने राज्य में बढ़ते HIV संक्रमण के मामलों को देखते हुए एक अहम कदम उठाने का फैसला किया है। अब राज्य में शादी से पहले HIV टेस्ट को अनिवार्य करने की योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। यह प्रस्ताव राज्य की स्वास्थ्य मंत्री एम्परीन लिंगदोह द्वारा रखा गया है, जिन्होंने हाल ही में इस मुद्दे पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि पूर्वी खासी हिल्स और जयंतिया हिल्स जैसे जिलों में HIV संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। केवल पूर्वी खासी हिल्स में ही 3,400 से अधिक लोग HIV पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में लोग या तो इलाज नहीं ले रहे हैं या फिर इलाज बीच में छोड़ चुके हैं। इससे अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।
सरकार अब इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर एक प्रस्ताव तैयार कर रही है, जिसमें शादी से पहले HIV जांच अनिवार्य करने के लिए कानूनी रूपरेखा बनाई जाएगी। इसके लिए कैबिनेट में नोट लाया जाएगा और विभिन्न जिलों में समुदाय और स्थानीय नेताओं से परामर्श लेकर इसे लागू किया जाएगा। इसके अलावा, राज्य में एक व्यापक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है, जिसमें HIV जांच, इलाज, परामर्श और सामाजिक सहयोग जैसे पहलुओं को शामिल किया गया है।
हालांकि यह कदम संक्रमण की रोकथाम के लिए कारगर हो सकता है, लेकिन इसके साथ गोपनीयता, सामाजिक भेदभाव और काउंसलिंग जैसे संवेदनशील मुद्दों को भी ध्यान में रखना जरूरी होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि केवल HIV टेस्ट अनिवार्य करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि इसके साथ लोगों को सही जानकारी देना और भेदभाव से बचाना भी जरूरी है। मेघालय सरकार का यह निर्णय यदि सही तरीके से लागू होता है, तो यह HIV के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा और प्रभावी कदम साबित हो सकता है।