नगरी विजयादशमी उत्सव 13 अक्टूबर को,आंध्रप्रदेश की आतिशबाजी होगी आकर्षण का केंद्र
नगरी से राजू पटेल की रिपोर्ट
नगरी। नव आनंद कला मंदिर नगरी द्वारा आयोजित नगर स्तरीय नवदुर्गा एवं विजयदशमी महोत्सव के तहत विजयदशमी का आयोजन 13 अक्टूबर दिन रविवार को रावण भाठा मैदान पर संध्या 5 बजे सम्पन्न होगा । समिति के सहयोगी समिति श्रीराम नव युवक परिषद नगरी के सचिव नरेश छेदैहा ने बताया कि विजयादशमी को नगर के सभी जाति और धर्म के लोग उत्साह पूर्वक एक साथ मिलकर मनाते हैं। यह कौमी एकता का मिसाल भी है। पूरे नगर में उत्साह व उल्लास का माहौल है।इस मौके पर 30 फीट के रावण पुतले का दहन होगा। इस कार्यक्रम में आंध्रप्रदेश की आकर्षक आतिशबाजी बिशेष आकर्षण होगी, जिसे देखने आस पास के ग्रामीण भारी संख्या में पहुंचते हैं। नगरी का विजयादशमी एकादशी को ही धुमधाम से मनाया जाता है,क्योंकि नगरी बस्तर राजवाड़े से संबंधित नगर है। राजवाड़ी गांवों में यह परम्परा आज भी क़ायम है। कार्यक्रम की पूरी तैयारी कर ली गई है। रात्रि में 9 बजे से हाई स्कूल मैदान पर सोन मछरी फेम के सुपरस्टार विवेक शर्मा एंड ग्रुप दुरदर्शन ग्रेडेड कलाकार रायपुर की प्रस्तुति होगी। कार्यक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन की चुस्त व्यवस्था रहेगी तथा नगर पंचायत के द्वारा अग्निशमन तथा पेयजल की व्यवस्था की गई है।
समिति के अध्यक्ष मनोज गुप्ता,कोषाध्यक्ष यशवंत साहू सचिव जसपाल सिंह,खनुजा,सहसचिव अशोक पटेल ,योगेश साहू,रोहित सिन्हा,उपाध्यक्ष होरी लाल पटेल,हरीश यादव, पुरुषोत्तम निर्मलकर,रूपेंद्र साहू ,शैलेंद्र लाहोरिया,राजीव साहू ,मदन सेन,रूप नारायण साहू ,दयाशंकर साहू भावेश पारख ,नगर पंचायत नगरी की अध्यक्ष अराधना शुक्ला, उपाध्यक्ष अजय नाहटा, समस्त पार्षद गण,नगर व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नन्द यादव, कोषाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद साहू, सचिव प्रदीप जैन, सहसचिव दीनदयाल सरपा, श्रीराम नव युवक परिषद के अध्यक्ष गजेन्द्र कंचन, उपाध्यक्ष शिव साहू, कोषाध्यक्ष बृजलाल सार्वा, सहसचिव भरत साहू, अश्वनी यादव,खिंजन भोयर ,सत्यम सोम,ईतवारी नेताम, प्रफुल्ल अमतिया,हृदय नाग,हेमलाल सेन,उत्तम गौर बंठा मिर्ची,नगर की सभी 14 रामायण मण्डलियां, पुरानी बस्ती सेवा दल,नई बस्ती सेवा के पदाधिकारी गण,तथा नगरवासी कार्यक्रम की व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं।
बस्तर राजवाड़े के इतिहास में पांच गांव नगरी का उल्लेख
किसी भी नगर के लिए उसके इतिहास का बड़ा महत्व है।बस्तर राजवाड़े की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर नगरी को पांच गांव नगरी के नाम से जाना जाता है ।पांच गांव नगरी के अंतर्गत नगरी, सांकरा, बिरगुड़ी ,रानीगांव,और आमगांव आते हैं।नगरी बस्तर राजवाड़े से संबंधित होने के कारण नगरी के पांच गांवों में विजयादशमी एकादशी को ही मनाया जाता है। यह बस्तर राजवाड़े की व्यवस्था है।यह परंपरा बरसों पुरानी है जो आज भी कायम है। विजयादशमी के अवसर पर रावण भाठा में रामायण मण्डलियों से बनी पुरानी बस्ती सेवादल और नई बस्ती सेवा दल द्वारा प्रतिवर्ष बारी बारी से रामलीला का मंचन किया जाता है। इस वर्ष नई बस्ती सेवा दल के द्वारा रामलीला का मंचन होगा।
बस्तर महाराजा का सिंहासन आज भी साक्ष्य
नगरी के गांधी चौक राजाबाड़ा में बस्तर राजवाड़े की स्मृतियां विद्यमान है। यहां दंतेश्वरी मंदिर स्थापित है जिसकी प्रतिमा को बस्तर महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव ने स्थापित किया था। मंदिर में बस्तर महाराजा का सिंहासन आज भी साक्ष्य बना हुआ है।जिसे ससम्मान संजोकर रखा गया है।राज सिंहासन पर पुजा के दौरान पुजारी ईतवारी नेताम द्वारा प्रतिदिन पुष्प अर्पित किया जाता है । मंदिर में महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव एवं महारानी वेदवती का दुर्लभ चित्र भी स्थापित है।
निकलेगी भव्य शोभायात्रा
दंतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना के साथ ही राम जी की भव्य शोभायात्रा निकलेगी जो नगर के प्रमुख मार्गों से होकर कार्यक्रम स्थल रावण भाठा पहुंचेगी जहां पर रावण वध पर आधारित रामलीला का मंचन होगा। शोभायात्रा में रामदल और रावण दल के सुसज्जित कलाकार बग्गी में सवार होकर शामिल होंगे।