रिझाने के लिए खूब घोषणाएं पर 26 जिलों में महिलाएं नहीं निकली वोट डालने

रिझाने के लिए खूब घोषणाएं पर 26 जिलों में महिलाएं नहीं निकली वोट डालने

रायपुर (चैनल इंडिया)। प्रदेश में हुए नगरीय निकायों के चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद सामने आए आंकड़ों ने कई चिंताएं पैदा की हैं। कई जिलो में आधे लोग भी वोट डालने नहीं निकले। रायपुर और बिलासपुर जैसे शहरी इलाकों में आधे लोगों ने भी वोट नहीं डाले। 
 चौंकाने वाले आंकड़े महिला वोटरों को लेकर हैं। शहरी इलाकों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है, लेकिन वोट डालने के मामले में महिलाएं पीछे रह गईं। उल्लेखनीय है कि भाजपा-कांग्रेस दोनों ने अपने चुनावी घोषणा पत्रों में महिलाओं को रिझाने के लिए कई घोषणाएं की थीं। लेकिन महिलाओं पर इसका असर कम ही नजर आया।  राज्य के 33 में से केवल सात जिलों में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले कुछ अधिक वोटिंग की है, लेकिन राज्य के अन्य सभी जिलों में पुरुष मतदाता ही वोट डालने अधिक संख्या में निकले। छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों में कुल 44 लाख 74 हजार 269 शहरी मतदाताओं में से 22 लाख 525 पुरुष, 22 लाख 73 हजार 232 महिला व 512 अन्य मतदाता हैं। यहां पर लगभग 73 हजार महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। मतदान के आंकड़ों से साफ हुआ है कि इस चुनाव में कुल मिलाकर 72.19 प्रतिशत वोटिंग हुई है। इनमें से पुरुषों ने 73.07 प्रतिशत वोट किया है। जबकि वोट डालने वाली महिलाओं की संख्या 71.66 प्रतिशत रही। 
 राज्य के 33 जिलों में से पांच ऐसे जिले हैं जहां महिलाओं के सबसे अधिक वोट पड़े हैं। यह संख्या पुरुषों से अधिक है। इन जिलों में पहले नंबर पर कोरिया जिला है जहां की 84.49 प्रतिशत महिलाओं ने वोट किया है। लेकिन इस जिले में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों ने एक प्रतिशत अधिक वोटिंग की है। राज्य के 33 में से सात जिले ऐसे हैं, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही। इनमें रायगढ़, मनेंद्रगढ़ - चिरमिरी-भरतपुर, खैरागढ़- छुईखदान- गंडई सहित बस्तर संभाग के जिले कोंडागांव, सुकमा, नारायणपुर, और बीजापुर शामिल हैं।