डीएवी किरंदुल में शिक्षकों के कौशल विकास को नई दिशा : दो दिवसीय कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न
बचेली से साहिल गुप्ता की रिपोर्ट
बचेली। डी.ए.वी. कॉलेज प्रबंधन समिति, नई दिल्ली के दिशा-निर्देश पर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं शिक्षकों के व्यावसायिक कौशल को सुदृढ़ करने हेतु दो दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला का द्वितीय चरण 22 व 23 नवंबर 2025 को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय के प्राचार्य एवं क्लस्टर हेड श्री एस. के. श्रीवास्तव के कुशल मार्गदर्शन तथा नेतृत्व में सम्पन्न हुआ।

इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ जोन (I Zone एवं F Zone) के विभिन्न डी.ए.वी. विद्यालयों से कुल 199 शिक्षक, 31 मास्टर ट्रेनर तथा 12 प्राचार्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं प्रार्थना के साथ किया गया, जिसमें सहायक क्षेत्रीय निदेशक Zone I डॉ. डी. कामेश्वर राव, डीएवी बचेली के प्राचार्य श्री हरीशकांत पाठक, तथा अन्य डीएवी विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित रहे।


प्राचार्य श्री एस. के. श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों, समन्वयकों और प्रशिक्षकों का स्वागत करते हुए कहा कि “विद्यालय का निर्माण भवन नहीं, बल्कि शिक्षक करते हैं—और शिक्षक ही विद्यालय की आत्मा होते हैं।” उन्होंने कार्यशाला के उद्देश्यों व गतिविधियों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की।


दो दिवसीय प्रशिक्षण में शिक्षकों को नई शिक्षण विधियों, नवाचार आधारित गतिविधियों, विद्यार्थियों में आत्मविश्वास व रचनात्मकता बढ़ाने की तकनीकों, प्राथमिक कक्षाओं के लिए रोचक शिक्षण पद्धतियों तथा उच्च कक्षाओं के लिए विषयगत ज्ञानवर्धक सामग्री पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यक्रम का समापन सभी प्रशिक्षकों व प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए किया गया। प्राचार्य श्रीवास्तव ने आयोजन समिति एवं सभी प्रशिक्षकों के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

अंततः, यह कार्यशाला अत्यंत सफल रही—जिसने शिक्षकों में नए कौशल विकसित किए और शिक्षण पद्धतियों में नवाचार अपनाने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को सुदृढ़ करने में यह कार्यशाला एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई।

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