एनएमडीसी ने 15 नवंबर को उत्साह और गरिमा के साथ मनाया 68वां स्थापना दिवस

एनएमडीसी ने 15 नवंबर को उत्साह और गरिमा के साथ मनाया 68वां स्थापना दिवस

किरंदुल से साहिल गुप्ता की रिपोर्ट

एनएमडीसी का 68वां स्थापना दिवस श्रमिक समर्पण, तकनीक और नेतृत्व का गौरवपूर्ण उत्सव

हैदराबाद। भारत की अग्रणी लौह-अयस्क उत्पादक कंपनी एनएमडीसी ने 15 नवंबर को अपना 68वां स्थापना दिवस अत्यंत उत्साह और गरिमा के साथ मनाया। मुख्यालय में आयोजित इस भव्य समारोह में देश के सुप्रसिद्ध गायक पद्मश्री कैलाश खेर और उनकी टीम ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को अविस्मरणीय बना दिया।

कार्यक्रम के दौरान एनएमडीसी के विभिन्न परियोजनाओं—बैलाडीला, पन्ना, दोणामलाई, कुम्हारस्वामी और नगरनार—से चयनित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सीएमडी अमिताभ मुखर्जी द्वारा सम्मानित किया गया।

सीएमडी ने अपने संदेश में कहा कि “एनएमडीसी की सफलता में श्रमिकों और अधिकारियों का संयुक्त प्रयास सबसे बड़ा आधार है।”


इंटक यूनियन की बधाइयां

मेटल माईंस वर्कर्स यूनियन (INTUC) किरंदुल के अध्यक्ष विनोद कश्यप और सचिव ए. के. सिंह ने एनएमडीसी परिवार को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि बैलाडीला की कठिन पहाड़ियों से लेकर नगरनार स्टील प्लांट तक एनएमडीसी की ऐतिहासिक यात्रा श्रमिकों की मेहनत और संघर्ष से ही संभव हुई है।


संघर्ष से उपलब्धियों तक—एनएमडीसी की पहचान

बस्तर के बैलाडीला में 1960 के दशक में शुरू हुई परियोजना बेहद कठिन परिस्थितियों में आगे बढ़ी—

न सड़कें थीं,

न आवास,

और न ही पीने का स्वच्छ पानी।


फाउंडर कर्मचारियों ने तंबुओं में रहकर और संघर्षों का सामना करते हुए इस परियोजना को जमीन दी, जिसका परिणाम आज दुनिया की श्रेष्ठ लौह-अयस्क खदानों के रूप में सामने है।

एनएमडीसी ने न केवल लौह अयस्क में, बल्कि—

मध्यप्रदेश की पन्ना डायमंड माइन

छत्तीसगढ़ का नगरनार स्टील प्लांट
—जैसी परियोजनाओं के माध्यम से देश की औद्योगिक प्रगति को नई दिशा दी है।


सामाजिक उत्तरदायित्व में अग्रणी भूमिका

सीएसआर के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, जल संरक्षण, सड़क निर्माण और जनकल्याण में एनएमडीसी की परियोजनाओं—जैसे जगदलपुर मेडिकल कॉलेज और गीदम एजुकेशन हब—ने क्षेत्र के विकास को मजबूत किया है।


महारत्न की ओर बढ़ते कदम

68 वर्षों की निरंतर उपलब्धियाँ, श्रमिकों की निष्ठा और प्रबंधन की दूरदर्शिता एनएमडीसी को नवरत्न से महारत्न बनने की दिशा में मजबूत आधार प्रदान कर रही हैं।