परिषद की शपथ के पहले शहर में चला बुलडोजर

परिषद की शपथ के पहले शहर में चला बुलडोजर

मुख्य सडक के बीच से दोनों ओर 10-10 मीटर दायरे चिन्हत कर हटवाया जा रहा अतिक्रमण।

भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच पाथवे व नाली निर्माण को गति देने प्रशासन की कवायद।

दंतेवाडा से राजू शर्मा की रिपोर्ट 

दंतेवाडा। आचार संहिता हटते ही प्रशासन ने शहर में चौड़ीकरण करने आज तोडफ़ोड़ की। उक्त कार्रवाई के संकेत कलेक्टर ने व्यापारियों को पहले ही दे दी थी। प्रशासन नगर में विकास कार्य को गति देने शासन के मंशानुरूप पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इसी दिशा में आज दंतेवाड़ा के मुख्य सडक़ के दोनों ओर पाथवे व नाली निर्माण में तेजी लाने प्रशासनिक अधिकारी मुख्य मार्केट पर अवैध अतिक्रमण हटाया। व्यापारियों की आंशिक विरोध के बाद आखिरकार तोडफोड़ की कारवाई शुरू की गई। इस बीच सत्ता पक्ष का कोई बड़ा जनप्रतिनिधि भी सामने आकर विरोध जताते व्यापारियों के पक्ष में खड़ा होता नजर नहीं आया। मुख्य सडक़ में आज सुबह से ही पीडबल्यूडी, नगर पालिका व  राजस्व अमला भारी पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाते नजर आए। राजस्व अधिकारी व पटवारियों ने मुख्य सडक़ के बीच से दोनो ओर 10-10 मीटर के दायरे को चिहिन्त कर निशान लगाया जिसके बाद बुलडोजर से अतिक्रमण तोड़ा गया। बुलडोजर कारवाई का सुबह कुछ व्यापारियों ने विरोध भी किया और इसे प्रशासनिक तानाशाही बताते इसे गैर संवैधानिक बताया। वहीं दूसरी ओर मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने व्यापारियों को समझाईश देते कहा कि जो भी कारवाई हो रही है पूरी तरह से सवैधानिक है एवं शासन-प्रशासन के नियम निर्देशानुरूप ही किया जा रहा है।

मौके पर मौजूद एसडीएम ने कहा कि प्रशासन का मंशा किसी भी व्यक्ति का कोई आर्थिक नुकसान नहीं है पहुंचना चाहिए बल्कि नगर के विकास के लिए प्रतिबद्ध शासन अपना कार्य कर रही है। बता दें कि नगर के मुख्य सडक के दोनों ओर 2-2 फीट का पक्का फूटपाथ व नाली का निर्माण वर्तमान में चल रहा है। अभी कार्य आधा ही हुआ है इसी कार्य को पूरा करने के लिए नाली के उपर अतिक्रमण को हटाने के लिए जगह को खाली कराया जा रहा है। बता दें कि 31 जनवरी 2016 में भी भाजपा सरकार के दौरान दंतेवाड़ा में तालाब किनारे के मांईजी की जगह पर वर्षो से बने करीब 56 दुकानों को बुलडोजर लगाकर तोड दिया गया था उस दौरान भी इस कारवाई का जबरदस्त विरोध हुआ था। दंतेवाड़ा विधायक एवं कई बड़े कांग्रेसी नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी भी दी थी। आज 10 साल बाद एक बार फिर से उसी तर्ज पर नगर के मार्केट में तोडफोड़ हो रही है हालांकि इस कार्य में किसी का दुकान नहीं तोड़ा जा रहा है मगर फूटपाथ बनाने के चक्कर में कई व्यापारियों के दुकानों को अच्छा खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। फिलहाल प्रशासन इस मामले में किसी भी तरह की कोई ढील व्यापारियों को देने के मूड में नहीं दिख रही। आगे व्यापारी इस मामले में क्या रूख अपनाते हैं ये देखने वाली बात होगी।