दांडी स्वामी इंदुभवानंद तीर्थ महाराज के पावन प्रकटोत्सव में भक्तों ने किया तुलादान*

दांडी स्वामी इंदुभवानंद तीर्थ महाराज के पावन प्रकटोत्सव में भक्तों ने किया तुलादान*

शंकराचार्य आश्रम में मनाया गया दांडी स्वामी इंदुभवानंद तीर्थ महाराज का पावन प्रकटोत्सव

धूमधाम से मनाया गया शरद पूर्णिमा महामहोत्सव

रायपुर। श्री शंकराचार्य आश्रम रायपुर में परम पूज्य दांडी स्वामी
इंदुभवानंद तीर्थ जी महाराज का पावन प्रकटोत्सव 6 अक्टूबर सोमवार को गुरु भक्तों ने भक्तिमय माहौल में बड़े धूमधाम से मनाया। साथ ही धूमधाम से शरद पूर्णिमा महामहोत्सव मनाया गया। पूरे आश्रम में सुबह से देर रात तक भक्तिमय माहौल रहा। सभी गुरु भक्तों ने दांडी स्वामी इंदुभवानंद महाराज का  तुलादान किया। इसमें अन्नदान व फलदान किया गया। भक्तिमय संगीत की प्रस्तुति हुई। रास नृत्य और कथक की प्रस्तुति हुई। विशाल भोग भंडारा का आयोजन किया गया।

पराम्बा भगवती राजराजेश्वरी महात्रिपुर सुंदरी ललिता प्रेमाम्बा महारानी का विशेष पूजन प्रातः काल 5:30 बजे प्रारंभ हुआ। प्रातःकाल सिद्धेश्वर महादेव का पूजन गणेश, हनुमान,भैरव, पूजन होगा। मातारानी का पूजन श्रृंगार आरती सुबह हुई। मंदिर में ललिता सहस्त्र नाम परायण हुआ। चौंसठ योगिनी माताओं को मालपुआ भोग लगाया गया। श्री जगद्गुरु शंकराचार्य गौशाला में गौ पूजन का कार्यक्रम हुआ। संध्या प्रवचन के बाद भजन प्रारंभ का कार्यक्रम हुआ।  संध्या माता रानी का पूजन एवं रात्रि दीपार्चन और तुलादान फल एवं अन्न दान कार्यक्रम हुआ। रात्रि में कत्थक नृत्य व महारास नृत्य का भव्य आयोजन हुआ। गुरु भक्तों ने परम पूज्य 1008 यतिप्रवर दांडी स्वामी श्री इंदुभवानंद तीर्थ जी महाराज का अभिनंदन किया।

उक्त जानकारी देते हुए धर्मेंद्र महाराज ने कहा कि शरद पूर्णिमा का महत्व भारतीय संस्कृति में प्रमुख है। शास्त्रों में वर्णित है शरद पूर्णिमा की रात्रि में अमृत वर्षा होती है। जिसमें औषधियों को बल मिलता है। जो निरोगता प्रदान करती है। आज के दिन ही खीर का भोग लगाया जाता है। जिसको चंद्रमा की रोशनी में रखा जाता है। उसे ग्रहण करने से आरोग्यता प्रदान होती है। श्रीमद् भागवत में उल्लेख है कि भगवान श्री कृष्ण ने गोपियों को शरद पूर्णिमा को दर्शन दिया था।

इसी क्रम में श्री जगदगुरु शंकराचार्य आश्रम में शरद पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया। माता राजराजेश्वरी का महापूजन, भोग अर्पण एवं दीपार्चन एवं महाप्रसाद वितरण किया गया।
साथ ही जगदगुरु शंकराचार्य आश्रम के प्रभारी परम पूज्य दांडी स्वामी इंदुभवानंद महाराज का प्रकटोत्सव धूमधाम से मनाया गया। आश्रम में पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे,संत युधिष्ठिर लाल महाराज, संत सांई मसंद, रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, बेमेतरा जिला अध्यक्ष कल्पना योगेश तिवारी सहित गुरु परिवार के भक्त बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

इसी के साथ चातुर्मास का तीन माह संपन्न हुआ। चौथा माह प्रारंभ हुआ है। यह चातुर्मास 5 नवंबर तक चलेगा। जिसमें 4 नवंबर को चातुर्मास सम्पूर्ति अभिनंदन सभा का आयोजन होगा। 5 नवंबर को सीमा उल्लंघन के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। जो कोतवाली, जयस्तंभ चौक, फूल चौक,लाखे नगर नगर होते हुए महादेव घाट जाएगी। जगह-जगह भव्य स्वागत होगा।