जैश-ए-मोहम्मद का नया हथियार, महिलाओं के लिए 'जिहाद कोर्स', 8 नवंबर से ऑनलाइन भर्ती शुरू
नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने भारत-विरोधी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए महिलाओं को मोहरा बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। संगठन ने पहली बार 'जमत-उल-मोमिनात' नामक महिला विंग की स्थापना की घोषणा की है, जो महिलाओं को जिहादी प्रशिक्षण देने पर केंद्रित होगी।
JeM प्रमुख मसूद अजहर के नाम से जारी एक पत्र के मुताबिक, इस विंग के तहत महिलाओं की भर्ती के लिए विशेष ऑनलाइन कोर्स 'तुफत अल-मुमिनात' (Tufat al-Muminat) तैयार किया गया है। यह 40 मिनट के दैनिक सत्रों वाला प्रोग्राम होगा, जिसमें मसूद अजहर के परिवार की महिलाएं—जैसे उनकी बहन सादिया अजहर—अन्य महिलाओं को जिहाद की 'जिम्मेदारियों' और भूमिकाओं के बारे में पढ़ाएंगी। कोर्स में भाग लेने के लिए 500 पाकिस्तानी रुपये का शुल्क भी लिया जाएगा।
आगामी 8 नवंबर से यह ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे हालिया नुकसानों के बाद JeM की नई रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम महिलाओं को आतंकी नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश है, जो वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है। भारतीय खुफिया एजेंसियां इस पर नजर रख रही हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय से JeM पर और सख्ती की मांग उठ रही है। क्या यह महिलाओं को हिंसा की भट्टी में झोंकने का नया तरीका है? आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।

admin 

















