40 से तीन हजार रुपए तक सस्ती होगी दारू, गोवा से लेकर ब्लू लेबल के दाम होंगे कम
Excise Policy Financial Year 2025-26

एक अप्रैल से लागू होगी नई कीमत
रायपुर (चैनल इंडिया)। आबकारी नीति वित्तीय वर्ष 2025-26 को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है। मदिरा प्रेमियों के लिए बड़े राहत की खबर है क्योंकि इसमें अंग्रेजी शराब में 10 प्रतिशत तक की छूट का प्रावधान है। यानी गोवा से लेकर ब्लू लेबल की शराब में डिस्काउंट मिलने जा रहा है, जिसमें आबकारी शुल्क को समाप्त किया जा रहा है।
शराब पीने के मामले में देशभर में छत्तीसगढ़ पांचवें नंबर पर है। राज्य की जनसंख्या में लगभग 40 प्रतिशत लोग शराब के उपभोक्ता है। इसे देखते हुए इस वित्तीय वर्ष में 11 हजार करोड़ रुपए के राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया था क्योंकि राज्य में लगातार चुनाव थे और यह अनुमान था कि शराब की बिक्री ज्यादा होगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सरकार को 7 से 8 प्रतिशत का राजस्व में नुकसान हो गया। जब यह लक्ष्य प्राप्त होता प्रतीत नहीं हुआ तो सरकार ने यह फैसला लिया क्योंकि इसमें 10 प्रतिशत कमी का आंकलन किया गया, जिसकी गणना मार्च 2025 तक होती है। अब नई योजना से 10 से 12 प्रतिशत का लाभ होने की संभावना जताई जा रही है।
राज्य में अब शराब से आने वाले राजस्व को बढ़ाने फोकस यह होगा कि बिक्री ज्यादा मात्रा में हो यानी वॉल्यूम बढ़ाया जाएगा। चुनावी वर्ष में लगभग दो हजार करोड़ रुपए की शराब पड़ोसी राज्यों से आई जिसके चलते राजस्व को नुकसान पहुंचा। बजट से एक दिन पहले साय कैबिनेट की बैठक यह फैसला लिया गया है कि अंग्रेजी शराब पर लगने वाले आबकारी शुल्क को अब खत्म किया जाएगा। नुकसान को देखते हुए सरकार ने अंग्रेजी शराब की कीमतों में छूट देते हुए ज्यादा शराब बिक्री करने की योजना बनाई है। वहीं, बाकी शराब की कीमतें पिछले साल जैसे यथावत रहेगी।
आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु आबकारी नीति में यह निर्णय लिया गया है कि पूर्व में विदेशी मदिरा पर अधिरोपित किया जाने वाला अतिरिक्त आबकारी शुल्क जो की छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन के मदिरा क्रय के दर पर 9.5 प्रतिशत राशि के बराबर होता है, को समाप्त किया गया है। इससे विदेशी मदिरा, विशेष कर मीडियम रेंज और उच्च रेंज की मदिरा के फुटकर विक्रय दरों में कमी आएगी , जिससे अन्य प्रांतों से उक्त मदिरा की स्मगलिंग पर रोक लगेगी। इस अतिरिक्त शुल्क में कमी से विभिन्न रेंज की विदेशी मदिरा के फुटकर विक्रय दरों में लगभग 40 से 3000 रुपए प्रति बोतल तक की कमी आने की संभावना है।