5 मार्च को कलश स्थापना के साथ शुरू होगा ऐतिहासिक फागुन मेला

कार्यक्रम के बनाई गई रूप रेखा, हज़ारों की संख्या में पहुंचेंगे लोग
दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट
दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा के ऐतिहासिक फागुन मेले के लिए कार्यक्रम बना लिया गया है। 5 मार्च को कलश स्थापना के साथ शुरू होगा मेला, जिसमे इस बार 1हजार देव- विग्रह बुलाने का लक्ष्य रखा गया है। उड़ीसा से भी ग्रामीण पहुंचेंगे। ध्वज और देवी, देवताओ को लेकर जिले के हर गांव से मेले में शिरकत करेंगे।फागुन मेला को देखने दूर दूर से पहुंचते है लोग।मेले में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है गौर मार जो मेले से 1 दिन पहले दन्तेश्वरी मंदिर में गौर को मारने का नाटक मंचन किया जाता है। टेंपल कमेटी के द्वारा मेले को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
5 को निकलेगी प्रथम पालकी
फागुन मेले में कलश स्थापना के साथ इसी दिन प्रथम पालकी निकाली जाती है। शहर भर में दन्तेश्वरी माता के छत्र को भ्रमण करवाया जाता है। ये क्रम पूरे मेले में रोज शाम को दन्तेश्वरी माता की पालकी निकाली जाती है। मेले के दिन बस्तर राज परिवार के सदस्य कमलचन्द्र भंजदेव नगर का भ्रमण करते हैं।
ये है फागुन मेले का कार्यक्रम
5 मार्च प्रथम पालकी ताड़ पंलंगा धोनी रस्म
6 मार्च खोर खुदनी
7 मार्च नाच मांडणी
8 मार्च लम्हामार
9 मार्च कोडरिमार
10 मार्च चितलमार
11 मार्च गांवर मार
12 मार्च प्रमुख मेल्स
13 मार्च अंवरामार, गारी कार्यक्रम
14 मार्च रंग भंग पादुका पूजन
15 मार्च आमंत्रित देवी देवताओं की विदाई होगी।