दूरस्थ माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण और हक्कुम मेल संचालन से ग्रामीणों के जीवन में आ रहा बदलाव
माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण से विकास को नई गति
जगदलपुर से कृष्णा झा की रिपोर्ट
सुकमा। माओवाद प्रभावित दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में तेजी से सड़क निर्माण कार्य जारी है, जिससे इन इलाकों में विकास को नई दिशा और गति मिल रही है। नियद नेल्लानार योजना के तहत इन दुर्गम गांवों में सड़क निर्माण का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। माओवाद प्रभावित दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं की कमी ग्रामीणों के लिए बड़ी समस्या रही है। लेकिन अब प्रदेश सरकार की योजनाओं और प्रशासन की सक्रियता से इन क्षेत्रों में विकास की नई लहर दौड़ रही है। हाल ही में इन दुर्गम गांवों तक सड़क निर्माण और हक्कुम मेल के संचालन ने इन दुर्गम गांवों के लोगों के चेहरों पर मुस्कान आई है। सड़क निर्माण से क्षेत्रीय सुरक्षा बलों की पहुंच भी आसान हो जाएगी, जिससे माओवादी गतिविधियों पर नियंत्रण में मदद मिलेगी। इस पहल से विकास की मुख्यधारा से वंचित गांवों को जोड़ने और स्थानीय निवासियों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने की दिशा में जोर मिलेगा।
सड़क निर्माण से ग्रामीणों को राहत
दूरस्थ माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे सड़क निर्माण से ग्रामीणों को समय और संसाधनों की बचत हो रही है। पहले जहां जंगलों और कच्चे रास्तों से घंटों का सफर तय करना पड़ता था, वहीं अब पक्की सड़कें बनने से लोग कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच पा रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनने से स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान हुई है, बच्चे अब समय पर स्कूल जा रहे हैं और सामान लाने-ले जाने में भी सुविधा हो रही है।
हक्कुम मेल ने बढ़ाई खुशियां
सड़क निर्माण के साथ-साथ हक्कुम मेल यात्री बस संचालन ने भी ग्रामीणों के जीवन में नई उम्मीद जगाई है। पहले आवश्यक कार्यों के लिए जिला मुख्यालय जाना दुःसाध्य था, वहीं अब हक्कुम मेल के माध्यम से अब वे आसानी से शासकीय योजनाओं का लाभ में आसानी के साथ ही अपने परिवार और रिश्तेदारों से संपर्क कर पा रहे हैं।
स्वास्थ्य, शिक्षा सुविधाओं के साथ मिलेगा रोजगार के अवसर
ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से वे बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जीवन यापन कर रहे थे, लेकिन अब सड़क निर्माण से उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा सुविधाओं की उपलब्धता के साथ रोज़गार के बेहतर अवसर मिलने से ग्रामीणों ने खुशी जताई। एक ग्रामीण महिला श्रीमती लक्ष्मी नाग ने कहा, पहले हमें अस्पताल जाने के लिए बहुत दिक्कत होती थी, पर अब सड़क बनने और हक्कुम मेल बस के संचालन से जीवन आसान हो गया है। यह हमारे लिए एक बड़ी राहत है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार और प्रशासन की इस पहल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे जीवन को बदलने में बहुत मददगार साबित होगी।
शांति स्थापना में मील का पत्थर साबित हो रही
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि इन क्षेत्रों में सड़क निर्माण और हक्कुम मेल जैसी सेवाएं ग्रामीणों के जीवन में बड़ा बदलाव ला रही हैं। यह विकास कार्य माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण से क्षेत्रों के विकास और शांति स्थापना में एक मील का पत्थर साबित होगी।