भारत के बाद अब अमेरिका में टिकटॉक पर बैन की तैयारी, फेडरल कोर्ट ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बताया खतरा

भारत के बाद अब अमेरिका में टिकटॉक पर बैन की तैयारी, फेडरल कोर्ट ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बताया खतरा

नई दिल्ली। अमेरिका में टिकटाॅक पर प्रतिबंध लगाने की कोशिशें तेज हो गई है। यूएस फेडरल कोर्ट ने उस कानून को बहाल कर दिया है, जिसके तहत चीनी कंपनी बाइटडांस के लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक को बैन किया जा सकता है। कोर्ट ने 19 दिसंबर तक टिकटाॅक के अमेरिकी संचालन को बेचने या प्रतिबंधित होने का विकल्प दिया है। इस कानून का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देना बताया गया है।

हालांकि, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह टिकटॉक को प्रतिबंधित नहीं होने देंगे। यह ऐप अमेरिका में 170 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ बेहद लोकप्रिय है।

एफबीआई के निदेशक क्रिस रे ने टिकटॉक को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताते हुए कहा है कि चीनी कंपनियां चीन सरकार के आदेशों का पालन करने के लिए बाध्य हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐप के माध्यम से चीनी सरकार अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के डेटा तक पहुंच सकती है और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, कुछ कांग्रेस सदस्यों ने बाइटडांस पर चीनी सरकार के प्रभाव का आरोप लगाते हुए कहा है कि कंपनी अपने उपयोगकर्ताओं के संवेदनशील डेटा चीनी सरकार से साझा करने के लिए मजबूर है।

हालांकि, टिकटॉक ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि चीनी सरकार की भागीदारी केवल बाइटडांस की सहायक कंपनी डॉयिन इंफॉर्मेशन सर्विस के 1% हिस्से तक सीमित है और इसका वैश्विक संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

मार्च 2022 में आठ अमेरिकी राज्यों ने यह जांच शुरू की कि टिकटॉक का इस्तेमाल युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर रहा है। जांच में यह समझने की कोशिश की गई कि प्लेटफॉर्म के डिज़ाइन और एल्गोरिदम किस तरह उपयोगकर्ताओं, विशेषकर कम उम्र के बच्चों को लंबे समय तक व्यस्त रखते हैं। टिकटॉक ने इस आलोचना का जवाब देते हुए 18 साल से कम उम्र के उपयोगकर्ताओं के लिए प्लेटफॉर्म को सुरक्षित बनाने के कई कदम उठाने की बात कही है।