शासन-प्रशासन के प्रयासों से जगरगुण्डा में कौशल विकास का मिला रहा प्रशिक्षण
दूरस्थ क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं
संवेदनशील क्षेत्रों में विकास का नया आयाम
जगदलपुर से कृष्णा झा की रिपोर्ट
सुकमा। माओवाद प्रभावित और दूरस्थ संवेदनशील क्षेत्रों में सरकार की योजनांतर्गत बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करने और लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जगरगुण्डा में ही राजमिस्त्री का प्रशिक्षण शुरू किया गया है। यह पहल लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माण कार्यों को भी गति देगी।
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण
दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत राजमिस्त्री का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में स्थानीय युवाओं को निर्माण कार्य की तकनीकी जानकारी और व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जा रहा है। इससे उनके कौशल का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।
पीएम आवास योजना को मिलेगी रफ्तार
प्रदेश सरकार के प्रयासों से माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बड़ी संख्या में आवास स्वीकृत किए गए हैं। राजमिस्त्री के प्रशिक्षण के माध्यम से इन आवासों के निर्माण में तेजी आएगी। स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित राजमिस्त्रियों की उपलब्धता से निर्माण कार्य समय पर पूरा होने के साथ ही गुणवत्तापूर्ण भी होगा।
दूरस्थ क्षेत्रों में प्रशासन की पहुंच
जिला प्रशासन द्वारा इन क्षेत्रों में सक्रिय रूप से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जगरगुण्डा जैसे संवेदनशील और दूरस्थ क्षेत्रों में कौशल विकास के लिए यह पहल महत्वपूर्ण है। इससे लोगों को रोजगार के साथ-साथ विकास कार्यों में भागीदारी का अवसर भी मिलेगा।
बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने का प्रयास
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि शासन और प्रशासन द्वारा माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से इन क्षेत्रों में विकास को सुनिश्चित किया जा रहा है।
लोगों की सहभागिता से संवेदनशील क्षेत्रों में विकास का नया आयाम
यह प्रयास से विकास कार्यों के साथ ही स्थानीय युवाओं को आत्मनिर्भर और प्रशिक्षित बनाकर दूरस्थ क्षेत्रों के विकास को नई दिशा मिलेगी। कौशल विकास और आवास योजनाओं के समन्वय से बुनियादी ढांचे को मजबूत होगी और लोगों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाने में सहायक होगा।