प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से योग बना वैश्विक आंदोलन, भारत की सांस्कृतिक विरासत को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान : सांसद रूपकुमारी चौधरी

प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से योग बना वैश्विक आंदोलन, भारत की सांस्कृतिक विरासत को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान : सांसद रूपकुमारी चौधरी

गरियाबंद से विजय साहू की रिपोर्ट

गरियाबंद। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के एक दिन पूर्व गरियाबंद सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में सांसद रूपकुमारी चौधरी और विधायक रोहित साहू प्रेसवार्ता लिया । सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग आज एक वैश्विक जनआंदोलन बन चुका है। 21 जून को पूरी दुनिया "योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ" थीम पर योग दिवस मनाने जा रही है। "योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ" की थीम न केवल व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संबोधित करती है, बल्कि यह पर्यावरण और समाज के समग्र संतुलन की दिशा में एक ठोस संदेश भी देती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल से 2015 में शुरू हुआ यह दिवस आज 190 से अधिक देशों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

योग बना 20 हजार करोड़ की अर्थव्यवस्था

सांसद श्रीमती चौधरी ने बताया कि योग अब केवल साधना तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत से प्रशिक्षित 1 लाख से अधिक प्रमाणित योग प्रशिक्षक दुनिया के विभिन्न देशों में योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि योग भारत की 15 हजार वर्ष पुरानी आध्यात्मिक विरासत का अभिन्न हिस्सा है। यह केवल शरीर की कसरत नहीं बल्कि आत्मा, मन और चेतना को जोड़ने वाली एक संपूर्ण जीवनशैली है।

गरियाबंद जिले में होंगे विशेष आयोजन: विधायक रोहित साहू

इस अवसर पर गरियाबंद विधायक रोहित साहू ने कहा कि योग दिवस को लेकर जिले में व्यापक स्तर पर तैयारियाँ की गई हैं। शासकीय, शैक्षणिक, सामाजिक संगठनों के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर योग अभ्यास सत्र, जनजागरूकता रैली, योग प्रशिक्षण और सामूहिक योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विधायक ने बताया कि योग आज की भागदौड़ भरी, अस्त-व्यस्त जीवनशैली के बीच तनाव मुक्ति और शारीरिक संतुलन का अचूक माध्यम है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और अपने साथ समाज को भी स्वस्थ बनाएं।