केंद्र सरकार की ओर से पेश किया गया बजट सिर्फ चुनावी बजट : राजीव शुक्ला

केंद्र सरकार की ओर से पेश किया गया बजट सिर्फ चुनावी बजट : राजीव शुक्ला

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला ने कल राजयसभा के भाषण में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की- 'केन्द्र सरकार की ओर से पेश किया गया बजट सिर्फ चुनावी है। यह देश के 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का बजट नहीं है। यह बजट युवाओं, किसानों, महिलाओं, व्यापारियों और बेरोजगारों के लिए नहीं है, बल्कि बैलेट बॉक्स और वोट बैंक के लिए है।' शुक्ला ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि- 'हमने देखा है कि कैसे बजट में उन राज्यों का जिक्र हुआ, जहां चुनाव होने वाले थे या होने वाले हैं। बजट में बिहार की बात हुई, लेकिन बिहार की असलियत सभी को पता है। आज देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। भारत युवा देश है, लेकिन आज युवाओं के पास काम नहीं है। इस सबके बीच सरकार ने मनरेगा का बजट घटा दिया गया, जो गांवों में रोजगार का एकमात्र साधन है।

वादों को पूरा नहीं कर सकी केंद्र सरकार
शुक्ला ने कहा कि केंद्र सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल हो रही है। सत्ता पाने के लिए वादे तो करते हैं लेकिन उसे भुला देते हैं। उन्होंने कहा कि 2022 तक सभी को छत देने का वादा केंद्र सरकार ने किया था जो आज तक पूरा नहीं हुआ। आवास योजना का फंड पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं हो पाया है। ग्राम सड़क योजना की स्थिति संतोषजनक नहीं है। ग्रामीण कौशल योजना भी फेल हो गई है। फसल बीमा योजना का धन घटा दिया गया है। जिसके चलते किसान परेशान हैं। शिक्षा का बजट में भी कटौती की गई है। स्वास्थ्य बजट को भी कम किया गया है।

सोनिया गांधी ने उठाये गंभीर मुद्दे 
शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने फूड फॉर सिक्योरिटी की बात उठाई, जिसमें लोगों को राशन मिल रहा है, लेकिन जनगणना न होने के कारण आज करीब पांच करोड़ लोग इससे वंचित हैं। डॉलर के मुकाबले रुपया गिर रहा है, विदेशी मुद्रा भंडार घट रहा है ये बहुत चिंता की बात है।