सीएम साय के समधी और साले जीते डीआईजी की पत्नी और ससुर हारे

सीएम साय के समधी और साले जीते डीआईजी की पत्नी और ससुर हारे

तीन पूर्व गृह मंत्रियों के रिश्तेदार हुए पस्त
मंत्री जायसवाल की बहू नहीं बचा पाई सीट
रायपुर (चैनल इंडिया)। नगरीय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई नेताओं और अधिकारियों के नाते-रिश्तेदार भी भाग्य अजमा रहे थे। इनमें से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साले और समधी चुनाव जीतने में कामयाब रहे। वहीं एक डीआईजी की पत्नी और ससुर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए। मुख्यमंत्री के साले पत्थलगांव की उस सीट से चुनाव जीते जहां भाजपा पहले कभी नहीं जीती। स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल की बहू के साथ ही तीन पूर्व गृह मंत्रियों के रिश्तेदार अपनी सीट नहीं बचा पाए।
 त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा को कई जिलों में ऐतिहासिक जीत हासिल हुई तो गुटबाजी की वजह से कई जगह हार का सामना करना पड़ा। यहां तक कि रायपुर जिले में सत्ताधारी पार्टी के सात विधायक और एक सांसद हैं, वहां की स्थिति यह है कि यहां कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बनने की संभावना प्रबल है। इस चुनाव में कई नेताओं और अफसरों के नाते-रिश्तेदार भी किस्मत आजमा रहे थे। 
 मुख्यमंत्री के समधी टीकाराम कंवर धमतरी जिला पंचायत से बडी जीत दर्ज की है। टीकाराम पूर्व में थानेदार रहे हैं। मुख्यमंत्री के साले सलिक साय को भाजपा ने फोर्स करके पत्थलगांव की उस सीट से उतारा था, जहां से भाजपा कभी नहीं जीती। वैसे भी पत्थलगांव कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है। पिछले विधानसभा सीट में भी उस इलाके से भाजपा 11 हजार मतों से पीछे रही थी। मगर सालिक साय ने 14 हजार वोटों से अहम जीत दर्ज की। जाहिर है, जिला पंचायत के अध्यक्ष के लिए उनका पलड़ा भारी हो गया है।
 दंतेवाड़ा के डीआईजी कमलोचन कश्यप की पत्नी सुशीला कश्यप और ससुर समुंदसाय कच्छ भी प्रत्याशी थे। बस्तर जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 11 से समुंद साय कच्छ प्रत्याशी थे। समुंद साय राज्य की पूर्ववर्ती डॉ. रमन सिंह की सरकार ने छत्तीसगढ़ वन विकास निगम का चेयरमैन रहे। कच्छ और उनकी बेटी दोनों तीसरे नंबर पर रहे। कच्छ को 4041 मत मिले, वहीं कामदेव बघेल को 9879 और रुकमणि कर्मा को 8685 वोट। इसी जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 10 से डीआईजी कश्यप की पत्नी सुशीला कश्यप सदस्य चुनाव मैदान में उतरी थीं। सुशीला कश्यप को करारी हार का सामना करना पड़ा। वे तीसरे नंबर पर रही।

तीन पूर्व गृहमंत्रियों के रिश्तेदार हारे
पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के भतीजा तोषण साहू बालोद जिले के गुरूर जनपद में भाजपा प्रत्याशी से चुनाव हार गए। इसी तरह पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा की पत्नी सूरजपुर से चुनाव हार गई। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की बहू को भी कोरबा जिले में हार का सामना करना पड़ा। नगरीय निकाय चुनाव में धमतरी के कांग्रेस विधायक ओंकार साहू की पत्नी सुनीता साहू आमदी नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हार गई। उन्हें बीजेपी की ज्योति साहू ने परास्त किया। मनेंद्रगढ़ के झगराखांड नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल की बहू चंपा जायसवाल चुनाव लड़ रहीं थीं। उन्हें कांग्रेस की रीमा यादव ने हरा दिया।