चीन में एक ही परिवार के 11 सदस्यों को "मौत की सजा"
नई दिल्ली। चीन की एक अदालत ने म्यांमार में फर्जी कॉल सेंटरों, जुआघरों और ड्रग कारोबार का संचालन करने वाले मिंग माफिया परिवार के 11 प्रमुख सदस्यों को मौत की सजा सुनाई है। यह सजा मानव तस्करी, साइबर धोखाधड़ी और संगठित अपराध के आरोपों पर आधारित है, जो अरबों डॉलर के घोटालों से जुड़े थे।
चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, मिंग परिवार ने म्यांमार-चीन सीमा के निकट एक कस्बे को अपराध का केंद्र बना दिया था, जहां हजारों मजदूरों को गुलामी जैसे हालातों में काम करने पर मजबूर किया जाता था। कुल 39 परिवार के सदस्यों पर मुकदमा चला, जिनमें से बाकी को उम्रकैद या लंबी अवधि की सजा दी गई है। यह कार्रवाई चीन की साइबर अपराध के खिलाफ सख्ती का हिस्सा है, जो विदेशी धरती पर चल रहे घोटालों को निशाना बना रही है।
अधिकारियों का कहना है कि इस सिंडिकेट ने बिटकॉइन और अन्य तरीकों से धोखाधड़ी की, जिससे वैश्विक स्तर पर करोड़ों लोगों को नुकसान पहुंचा। म्यांमार में अस्थिरता के बीच ऐसे अपराध केंद्र फल-फूल रहे हैं, लेकिन चीन की कार्रवाई से क्षेत्रीय सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।

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