क्रिकेट मैदान पर युद्ध की छाया: पाक हमले में 3 अफगान क्रिकेटरों की मौत, ACB ने किया ट्राई-सीरीज से किनारा!

क्रिकेट मैदान पर युद्ध की छाया: पाक हमले में 3 अफगान क्रिकेटरों की मौत, ACB ने किया ट्राई-सीरीज से किनारा!

नई दिल्ली। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा तनाव ने एक नया मोड़ ले लिया है। पाकिस्तानी वायुसेना के कथित हवाई हमलों में पक्तिका प्रांत में कम से कम आठ नागरिक मारे गए, जिनमें तीन उभरते हुए अफगान क्रिकेटर शामिल हैं। इस घटना के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने नवंबर में होने वाली पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ त्रि-राष्ट्र टी20 सीरीज से हटने की घोषणा कर दी है। यह फैसला राष्ट्रीय गरिमा और शहीदों के सम्मान में लिया गया है।

पक्तिका प्रांत के उर्गुन और बरमल जिलों में शुक्रवार (17 अक्टूबर) को हुए हवाई हमलों में कुल आठ से दस नागरिकों की मौत हो गई। अफगान मीडिया टोलो न्यूज और तालिबान स्रोतों के अनुसार, मारे गए लोगों में कबी र (कबीर), सिबघतुल्लाह और हारून नामक तीन युवा क्रिकेटर शामिल थे। ये खिलाड़ी उर्गुन से शरना जा रहे थे, जहां वे एक मैत्रीपूर्ण मैच खेलने वाले थे। चार अन्य क्रिकेटर घायल भी हुए हैं। अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर नाजुक युद्धविराम (सीजफायर) समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जो हाल के दिनों में सीमा पर हुई झड़पों के बाद लागू किया गया था।

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, "यह घटना हमारे क्रिकेट समुदाय के लिए गहन दुख का कारण बनी है। हम शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए आगामी त्रि-राष्ट्र टी20 सीरीज से हट रहे हैं।" यह सीरीज लाहौर और रावलपिंडी में नवंबर में आयोजित होने वाली थी, जिसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान और श्रीलंका (कुछ रिपोर्ट्स में यूएई) शामिल थे। ACB ने इसे "राष्ट्रीय सम्मान का मामला" बताया।

अफगान क्रिकेटरों ने भी इस फैसले का समर्थन किया है। स्टार लेग-स्पिनर राशिद खान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, "यह अमानवीय और बर्बर कृत्य है। राष्ट्रीय सम्मान सब कुछ से ऊपर है।" पूर्व कप्तान मोहम्मद नबी ने भी इसे "मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन" करार दिया। अफगान खिलाड़ी इस निर्णय के पीछे एकजुट दिखे, जो भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट बंद होने की स्थिति से मिलता-जुलता है।
पाकिस्तान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इस्लामाबाद में एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमलों को "आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई" बताया। अफगानिस्तान ने इसे "निर्दोष नागरिकों पर हमला" कहा है। यह घटना दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को और गहरा सकती है, जहां हाल के हफ्तों में गोलीबारी और हमले बढ़े हैं।

क्रिकेट जगत में इस घटना ने शोक की लहर दौड़ा दी है। कबी र, सिबघतुल्लाह और हारून स्थानीय स्तर पर उभरते सितारे थे, जो अफगान क्रिकेट की नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। ACB ने उनके परिवारों को हर संभव सहायता का वादा किया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना क्षेत्रीय क्रिकेट कैलेंडर को प्रभावित कर सकती है।

यह घटना खेल और राजनीति के जटिल रिश्ते को उजागर करती है, जहां मैदान के बाहर के तनाव मैदान पर भी असर डालने लगे हैं। अफगानिस्तान सरकार ने संयुक्त राष्ट्र से इसकी निंदा करने की अपील की है।