रायपुर के मैदानों में देशभर सहित नेपाल के खिलाड़ी दिखाएंगे अपनी प्रतिभा : केदार कश्यप
रायपुर महानगर के 500 से अधिक परिवारों की होगी सहभागिता
तीरंदाजी एवं फुटबॉल के खेल में शामिल होने वाले इन खिलाड़ियों का देश के कोने-कोने से चयन
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। 28 दिसंबर से 31 दिसंबर तक राजधानी में होने वाली इस प्रतियोगिता में 40 से ज्यादा राज्यों के 1000 से अधिक वनवासी खिलाड़ी भाग लेंगे,जो इस क्रीड़ा प्रतियोगिता को ऐतिहासिक बनाने वाला है।
स्वागत समिति के अध्यक्ष व प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप ने आज रायपुर प्रेस क्लब में आयोजन के सम्बंध में प्रेसवार्ता ली। उन्होंने बताया कि 27 दिसंबर को सभी प्रतिभागियों का पंजीयन होना तय किया गया है। तीरंदाजी एवं फुटबॉल के खेल में शामिल होने वाले इन खिलाड़ियों का देश के कोने-कोने से चयन कर इस प्रतियोगिता के लिए तैयार किया गया है। राजधानी में होने वाली इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता के इस वर्ष का आयोजन अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम से सम्बद्ध वनवासी विकास
समिति के छत्तीसगढ़ प्रान्त द्वारा किया जा रहा है।
स्वागत समिति के अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप एवं सचिव अमर बंसल हैं। समिति के स्वागत,
सदस्यों में प्रदेश के जाने-माने शिक्षाविद चिकित्सक, चार्टेड एकाउटेंट, खेल विशेषज्ञ, व्यवसायी समेत विविध क्षेत्रों के
प्रतिष्ठित लोग शामिल हैं।
इस प्रतियोगिता की विशेष बात यह भी है कि इसमें देश के वनांचल क्षेत्रों के सैकड़ों ऐसे खिलाड़ी भी होंगे जो पहली बार
ट्रेन का सफर कर रायपुर जैसे शहर में पहुंचेंगे। उत्तर पूर्वी राज्यों के अंदरूनी क्षेत्रों से लेकर अडमान-निकोबार द्वीप के
खिलाड़ी भी इसमें हिस्सा लेने आ रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली इस प्रतियोगिता में भारत के विभिन्न प्रान्तों के खिलाड़ियों के साथ-साथ नेपाल के भी जनजातीय खिलाडियों को शामिल किया गया है, जो राजधानी के मैदानों में
अपनी प्रतिभा को दिखाएंगे।
प्रतियोगिता के विभिन्न आयोजनों को साइंस कॉलेज के मैदान,रविवि के खेल विभाग के मैदान एवं कोटा स्थित स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। 28 दिसंबर को प्रतियोगिता का आरंभ होगा। 31 दिसबर साइंस कॉलेज मैदान में समापन समारोह होगा।
राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ से पूर्व राजधानी के जयस्तंभ चौक से सांइस कॉलेज तक एक विशाल
खेल ज्योति रैली निकाली जाएगी, जिसमें सैकड़ों की संख्या में प्रतिभागी मौजूद रहेंगे। प्रतियोगिता के मध्य 29 दिसंबर
को एनआईटी मैदान में विभिन्न प्रान्तों से आए जनजातीय प्रतिभागियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। प्रतिभागियों के लिए मातृ हस्त भोजन होगा, जिसने पूरे रायपुर महानगर के 500 से अधिक परिवारों की सहभागिता
होगी।
राजधानी में होने वाली इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आयोजकों की ओर से केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया
को भी आमंत्रित किया गया है। साथ ही समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को भी आमंत्रित किया है। इनके
अतिरिक्त प्रदेश के मंत्री, अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल एवं तीरंदाजी के खिलाड़ी भी आमंत्रित किए गए हैं।
गौरतलब है कि वनांचल क्षेत्र के जनजाति समाज की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के लिए वर्ष 1988 में मुम्बई नगरी
से इस प्रतियोगिता का आरंभ हुआ था, जो अपनी तरह का पहला राष्ट्रीय कार्यक्रम था। 'तू मैं - एक रक्त की भावना के साथ
नए कीर्तिमान स्थापित करने के उद्देश्य से किए जा रहे इस राष्ट्रीय क्रीड़ा प्रतियोगिता की सफलता कुछ ऐसी रही है कि इसने देश
को लिम्बाराम, कविता राउत, मनीष डामोर समेत अनेकों अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए हैं।