महाविद्यालय जगदलपुर ने ग्राम पंचायत पोटानार में किया शैक्षणिक सह समाज विस्तारक कार्यक्रम का आयोजन
जगदलपुर से कृष्णा झा की रिपोर्ट
जगदलपुर। शासकीय काकतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जगदलपुर के एम.ए. प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा एक शैक्षणिक सह समाज विस्तारक कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत पोटानार का भ्रमण किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता फैलाना और लोकतंत्र के महत्व को समझाना था।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने गांव के 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को मतदाता सूची में अपना नाम पंजीकृत कराने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, उन्हें यह भी बताया गया कि 18 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति के लिए मतदान करना न केवल उनका अधिकार है, बल्कि उनकी जिम्मेदारी भी है। छात्रों ने ग्रामीणों को यह समझाया कि एक वोट कितना महत्वपूर्ण होता है और इसका देश के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।
इसके साथ ही, ग्रामीणों को चुनावों के दौरान मिलने वाले प्रलोभनों के प्रति सचेत किया गया। छात्रों ने बताया कि चुनाव के समय कई नेता जनता को लालच देकर उनका वोट प्राप्त करने की कोशिश करते हैं, लेकिन एक जागरूक मतदाता को अपने विवेक से काम लेना चाहिए और एक ऐसे योग्य व शिक्षित व्यक्ति को चुनना चाहिए, जो गांव के विकास के लिए कार्य कर सके और उसकी समस्याओं को शासन और प्रशासन तक पहुंचा सके।
इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीणों को लोकतंत्र और मतदान के महत्व को समझाने का प्रयास किया गया। छात्रों ने जोर देकर कहा कि सही प्रतिनिधि का चुनाव ही गांव की उन्नति का आधार है। गांव के लोगों ने इस प्रयास की खूब सराहना की और छात्र-छात्राओं को उनके कार्य के लिए बधाई दी। ग्रामीणों का कहना था कि इस तरह के कार्यक्रम उनके जीवन और सोच में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय राजनीतिक विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रानू मेश्राम, प्रोफेसर दिनेश दिवाकर और प्रोफेसर श्यालाल नाग के मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं ने अपनी भूमिका निभाई। साथ ही, राजनीति विज्ञान विभाग के छात्र छात्राएं जैसे संजय दीवान, सबीना नाग, गोविन्द कश्यप, लिनेश बघेल, शारदा बघेल, धर्मेन्द्र, प्रीति, बसंती, खिलेंद्री, गीतांजलि भारती, फूलराज कश्यप, यामिनी कश्यप, करिश्मा भी इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहे।
ग्राम पंचायत पोटानार में इस प्रकार का जागरूकता अभियान न केवल ग्रामीणों को शिक्षित करने में सहायक सिद्ध हुआ, बल्कि छात्रों को भी सामाजिक सेवा के महत्व को समझने का अवसर प्रदान किया। महाविद्यालय के इस प्रयास की चारों ओर सराहना हो रही है और यह ग्रामीण जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।