तिलक ने लगाया भारत के मस्तक पर विजय तिलक,पाकिस्तान की एशिया कप के फाइनल मुकाबले में करारी हार
रायपुर। एशिया कप के फाइनल मुकाबले में तिलक वर्मा की शेर दिल पारी ने भारत के मस्तक पर विजय तिलक लगाया। जीत का रन विजय चौके के साथ रिंकू सिंह के बल्ले से आया लेकिन इससे पहले भारत की लड़खड़ा चुकी पारी को पहले तिलक वर्मा ने संजू सैमसन के साथ और फिर शिवम दुबे के साथ जीत के करीब पहुंचाया। नाबाद 69 रनों की समझदारी पूर्वक पारी खेलकर अंत तक तिलक वर्मा डटे रहे। पाकिस्तान को एशिया कप के फाइनल में करारी हार का सामना करना पड़ा। एशिया कप में भारत ने पाकिस्तान को 3 करारी हार दी। पाकिस्तान से मिले 147 के टारगेट का पीछा करने उतरी भारत की टीम ने 5 किकेट से मैच जीतकर एशिया कप का फाइनल मुकाबला अपने नाम किया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था। बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की ओपनिंग जोड़ी ने धमाकेदार शुरुआत दी। 10 ओवर तक पाकिस्तान की धमाकेदार बल्लेबाजी से ऐसा लग रहा था कि भारत को 200 के करीब टारगेट मिलेगा लेकिन अगले 5 ओवर में पाकिस्तान की टीम ताश के पत्ते की तरह बिखर गई। भारतीय गेंदबाजी ने पाकिस्तान की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया।
भारत के कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाजी की मदद से पाकिस्तान की पारी 19.1 ओवर में 146 रन पर ही सिमट गई।लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की टीम को लगातार झटके मिले। टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी कर रहे अभिषेक शर्मा का विकेट लेकर पाकिस्तान टीम का उत्साह सातवें आसमान पर पहुंचा। फिर शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव का विकेट गिरते ही भारत की टीम बैकफुट पर आ गई। शुरुआत काफी धीमी ही रही। रनों की रफ्तार थमी रही।
इसके बाद संजू सैमसन के साथ मिलकर तिलक वर्मा ने पारी को संभाला। संजू सैमसन का विकेट गिरने के बाद तिलक वर्मा शिवम दुबे के साथ रनों की रफ्तार बढ़ाए। तिलक वर्मा ने 53 गेंदों पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 69 रनों की पारी के दम पर पाकिस्तान के मुंह से जीत छीनकर कर भारत के मस्तक पर विजय तिलक लगाया। भारत ने 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 150 रन बनाकर एशिया कप 2025 का फाइनल अपने नाम किया।
भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर नौंवी बार एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। भारत के लिए जीत का चौका रिंकू सिंह ने लगाया। रिंकू के बल्ले से चौका लगते ही ड्रेसिंग रूम के साथ ग्राउंड में मौजूद भारतीय दर्शक और भारत सहित भारतीय टीम के स्पोटर्स खुशी से झूम उठे।
टॉस हारने के बाद पाकिस्तान बल्लेबाजी करने उतरा तो सलामी जोड़ी फरहान-जमां ने पावरप्ले में बिना विकेट गंवाए 45 रन बनाए। भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए जूझते दिखे। इसके बाद साहिबजादा फरहान ने तेज बल्लेबाजी जारी रखी और सिर्फ 35 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। पाकिस्तान का स्कोर नौ ओवर में बिना नुकसान के 77 रन हो गया था। पाकिस्तान पूरी तरह हावी दिख रहा था। 11वें ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने भारत को पहली सफलता दिलाई। उन्होंने फरहान और फखर के बीच हुई 84 रनों की साझेदारी को तोड़ा। यहीं से मैच पलटा और भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान पर हमला बोल दिया।
पाकिस्तान को दूसरा झटका कुलदीप यादव ने सैम अयूब को बुमराह के हाथों कैच कराकर दिया। 13-15 ओवरों के बीच अक्षर पटेल ने मोहम्मद हारिस को खाता खोले बिना चलता किया। इसके बाद वरुण चक्रवर्ती ने फखर जमां (46) को आउट कर पाकिस्तान की कमर तोड़ दी। 15वें ओवर तक पाकिस्तान का स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 118 था।
इसके बाद 16 से 20 ओवर के बीच भारतीय गेंदबाजों ने पूरी तरह दबाव बनाए रखा। स्पिनर्स ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को हाथ खोलने का मौका नहीं दिया। कुलदीप यादव ने कप्तान सलमान आगा (8) और शाहीन अफरीदी (0) को आउट कर पाकिस्तान को पूरी तरह से पीछे धकेल दिया। अक्षर पटेल ने हुसैन तलत का विकेट झटका। पाकिस्तानी पारी का अंत जसप्रीत बुमराह ने हारिस रऊफ और मोहम्मद नवाज का विकेट लेकर किया। बुमराह ने रऊफ को बोल्ड किया और नवाज को रिंकू सिंह के हाथों कैच कराया।
भारतीय गेंदबाजों के सामने पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए। जहां पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में बगैर विकेट गवाएं 77 रन बनाए थे वहीं अगले 10 ओवर में 60 रन में 9 विकेट गवाएं। भारतीय स्पिनर्स कुलदीप, वरुण और अक्षर की स्पिन तिकड़ी ने पाकिस्तान की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया।
भारत को पाकिस्तान ने 147 रनों का लक्ष्य दिया था। टारगेट बहुत छोटा था लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच हर बार की तरह हाई वॉल्टेज मैच रहा। भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। दूसरे ओवर में ही अभिषेक शर्मा पांच रन बनाकर आउट हो गए। कप्तान सूर्यकुमार यादव भी केवल एक रन बनाकर पवेलियन लौटे। शुभमन गिल ने 12 रन की छोटी पारी खेली। पाकिस्तान ने भारत को महज 20 रन के भीतर तीन तगड़े झटके देकर मुश्किल में फंसाया।
एक के बाद एक तीन झटकों से तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने उबारा। दोनों ने चौथे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की। संजू सैमसन 21 गेंदों पर 24 रन बनाकर अबरार अहमद की गेंद पर आउट हो गए। इसके बार बल्लेबाजी करने आए शिवम दुबे के साथ मिलकर तिलक वर्मा ने अपनी पारी को आगे बढ़ाते हुए 41 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। फाइनल मुकाबले में तिलक ने भारी दबाव के बीच बहुत ही जिम्मेदारी से पारी खेली।
शिवम दुबे और तिलक वर्मा के बीच बहुत ही मुश्किल समय मे मजबूत साझेदारी हुई। शिवम दुबे ने 22 गेंदों पर 33 रन बनाए लेकिन जीत कुछ दूर थी और आउट हो गए। भारत को आखिरी ओवर में 10 रन और बनाने थे। काफी तनाव भरे मुकाबले में अंगद की तरह पैर जमकर अंत तक खड़े रहे तिलक वर्मा ने रोमांचक मुक़ाबले में भारत के मस्तक पर विजय तिलक किया। आखिरी गेंद पर भारत को जीत के लिए दो रन चाहिए थे। रिंकू सिंह ने विजय चौका लगाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। तिलक वर्मा ने फाइनल मुकाबले में नाबाद 69 रन की पारी खेल कर पाकिस्तान से जीत छीन कर चारों खाने चित्त कर दिया।

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