अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने किया बाल्य एवं शिशु रोग विभाग के वार्डों का निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश
रायपुर। डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर के अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने आज बाल्य एवं शिशु रोग (पीडियाट्रिक) विभाग के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण कर सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सबसे पहले डॉ. संतोष सोनकर ने भूतल स्थित पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) का जायजा लिया। वहां की विद्युत व्यवस्था, सेंट्रलाइज एसी सिस्टम एवं फायर सेफ्टी के अंतर्गत स्थापित अग्निशामक यंत्रों (फायर एक्सटिंग्विशर)के बारे में मेंटेनेंस विभाग के कर्मचारियों से जानकारी ली। अस्पताल के मेंटेनेंस विभाग के प्रभारी ने बताया कि आपातकालीन स्थितियों में उपयोग करने के लिए हाल ही में सभी फायर एक्सटिंग्विशर के रिफिलिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वर्तमान में लगभग 335 फायर एक्सटिंग्विशर अस्पताल के विभिन्न विभागों में स्थापित हैं।
उसके बाद उन्होंने नियोनेटल केयर यूनिट (एनआईसीयू) वार्ड नं. 07 का निरीक्षण किया। वहां की सफाई व्यवस्था देखी। फायर एग्जिट का रास्ता देखा। उन्होंने विभागाध्यक्ष बाल्य एवं शिशु रोग विभाग डॉ. ओंकार खण्डवाल को नियोनेटल केयर यूनिट के लिए फायर सेफ्टी नियमों के अंतर्गत फायर एग्जिट हेतु प्रस्ताव बनाकर अधीक्षक कार्यालय में भेजने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों ने बताया कि एनआईसीयू का पिछला हिस्सा जो किचन के कॉरिडोर में खुलता है, वहां से बाहर निकलने का रास्ता है जिसे भविष्य में फायर एग्जिट के तौर पर उपयोग में लाने पर विचार किया जा सकता है। इसके बाद डॉ. सोनकर ने प्रथम तल स्थित वार्ड नं 30 के नियोनेटल केयर यूनिट यानी नर्सरी 2 की फायर सेफ्टी व्यवस्था देखी। अनावश्यक सामानों को वहां से हटाने के निर्देश दिए ताकि वहां आने-जाने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो सके।
इस दौरान अम्बेडकर अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम को मेंटेनेंस करने वाली कंपनी के कर्मचारियों से आपात स्थिति में फायर फाइटिंग सिस्टम के उपयोग की जानकारियों को परखा। कर्मचारियों ने बताया कि फायर सेफ्टी के मेंटेनेंस के अंतर्गत स्मोक डिटेक्टर, स्प्रिंकलर और फायर अलार्म को चेक किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी के ईएमडी (इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिकल डिपार्टमेंट) विभाग को विद्युत आपूर्ति के सभी उपकरणों को चेक करने के लिए कहा ताकि शॉर्ट सर्किट जैसी स्थितियां उत्पन्न न हों। निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एवं अस्पताल के अन्य विभागों के कर्मचारी एवं सफाई-सुरक्षा प्रभारी उनके साथ मौजूद थे।