लेह हिंसा: गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक पर लगाया भीड़ उकसाने का आरोप

लेह हिंसा: गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक पर लगाया भीड़ उकसाने का आरोप

नई दिल्ली। लद्दाख के लेह में मंगलवार को हुई हिंसक झड़पों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ा बयान जारी किया है। मंत्रालय ने आरोप लगाया कि वांगचुक के 'भड़काऊ भाषणों' ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन को हिंसा में बदल दिया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हुए।

मंत्रालय के अनुसार, वांगचुक ने 10 सितंबर से लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने तथा पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरू की थी। ये मांगें उच्चाधिकार प्राप्त समिति (एचपीसी) में पहले से चर्चा का हिस्सा थीं, और कई नेताओं ने हड़ताल समाप्त करने का आग्रह किया था। लेकिन वांगचुक ने 'अरब स्प्रिंग' और नेपाल के 'जनरेशन जेड' आंदोलनों का हवाला देकर युवाओं को गुमराह किया।

24 सितंबर को सुबह करीब 11:30 बजे, उनके भाषणों से उकसाई गई भीड़ ने अनशन स्थल से निकलकर बीजेपी कार्यालय और मुख्य कार्यकारी परिषद (सीईसी) लेह के सरकारी दफ्तर पर हमला बोल दिया। भीड़ ने आगजनी की, पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और पथराव किया, जिसमें 30 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। हालात बेकाबू होने पर पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी।