दंतेवाड़ा जिले को मिला बेस्ट डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म प्रमोशन अवार्ड

दंतेवाड़ा जिले को मिला बेस्ट डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म प्रमोशन अवार्ड

दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट

जिला  प्रशासन के सतत नवा चारी पर्यटन पहलने  दंतेवाड़ा को  दी नई पहचान

दंतेवाड़ा। विश्व पर्यटन दिवस (27 सितम्बर) के अवसर पर दंतेवाड़ा जिले को “बेस्ट डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म प्रमोशन अवार्ड 2025” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान राज्य स्तर पर आयोजित समारोह में पर्यटन मंत्री एवं पर्यटन विभाग के सचिव, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदान किया गया। कलेक्टर कुणाल दुदावत के नेतृत्व और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जयंत नाहटा के मार्गदर्शन में दंतेवाड़ा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए गए नवाचार और प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर यह पहचान मिली है।
जिले में

पर्यटन प्रोत्साहन की  प्रमुख पहलों पर एक नजर

वंडर्स ऑफ दंतेवाड़ा पुस्तक: जिले की रोमांचक एडवेंचर टूरिज्म, मंदिर पर्यटन, धरोहर, खानपान, संस्कृति, कला और संगीत से जुड़ी सभी झलकियों को संकलित कर एक आकर्षक पुस्तक “Wonders of Dantewada” प्रकाशित की गई है। इसे राज्य के सभी प्रमुख सर्किट हाउसों में रखा गया है और विशिष्ट अतिथियों तक व्यापक रूप से वितरित किया गया है।
राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार: रायपुर, जगदलपुर, चित्रकोट और छत्तीसगढ़ के अन्य प्रमुख शहरों में जिले के पर्यटन को बढ़ावा देने वाले होर्डिंग लगाए गए हैं। जल्द ही हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे महानगरों में भी प्रचार अभियान चलाने की योजना है।

*इवेंट्स और सहयोग*

हाल ही में छत्तीसगढ़ राइडिंग क्लब (36RC) के साथ साझेदारी में आयोजित बाइक ट्रेल में 80 से 90 से अधिक बाइकर राज्य और राज्य से बाहर से दंतेवाड़ा पहुंचे और विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया। बॉलीवुड अभिनेता अनिल चरंजीत ने 10 से 12 दिन दंतेवाड़ा में रहकर 6 एपिसोड की वेब सीरीज़ बनाई। प्रत्येक वीडियो को 70 लाख से अधिक इम्प्रेशन और 30,000 से अधिक लाइक्स मिले, जिसने जिले की पर्यटन छवि को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत किया।

पर्यटन अवसंरचना उन्नयन

कुमार रास झील: यहाँ वाटर स्पोर्ट्स की शुरुआत की गई है जिसमें कायकिंग बोर्ड, पैडल बोर्ड और श्रीनगर की डल झील जैसी सोलर पंप आधारित शिकारा बोट शामिल हैं। साथ ही बांस के कॉटेज, गेट और कैम्पिंग सुविधाएँ विकसित की गई हैं। मलांगिर एवं झारा लावा झरना: यहाँ भी आकर्षक गेट और कैंपिंग सुविधाओं का निर्माण किया गया है। बूढ़ा तालाब: यहाँ 450 मीटर लंबी जिपलाइन (राज्य की सबसे लंबी) लगभग पूर्ण हो चुकी है और शीघ्र ही उद्घाटन होगा। साथ ही मोटरबोट और कयाकिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। ढोलकल गणेश मंदिर क्षेत्र: तीन एकड़ से अधिक क्षेत्र में लग्ज़री और प्रीमियम टेंट्स, बेसिक टेंट्स, रेस्तरां और कैफ़ेटेरिया वाले पर्यटन कॉटेज के लिए निविदा स्वीकृत की गई है। दंतेश्वरी मंदिर परिसर: यहाँ संग्रहालय (Sangrahalaya) खोला गया है जिसमें जिले के प्रमुख मंदिरों और पर्यटन स्थलों के प्रतिरूप और नृत्य शैलियों को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही सरोवर में वाटर स्पोर्ट्स, ट्रैम्पोलिन जंपिंग, जॉबी कायक और पैडल बोर्डिंग की सुविधा दी गई है। स्मार्ट तकनीक का उपयोग: दंतेश्वरी मंदिर और बारसूर मंदिर में QR कोड आधारित ऑडियो टूर गाइड की शुरुआत की गई है।सजावटी पहल: डंकिनी मुख्य पुल और बारसूर मंदिर मार्ग पर आकर्षक म्यूरल आर्ट वॉल पेंटिंग्स बनाई गई हैं। जिले में लगातार पर्यटन का विकास किया जा रहा है। इन प्रयासों से दंतेवाड़ा देश में एक उभरते हुए पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित हो रहा है।