जबलपुर में चमत्कार: रानी दुर्गावती अस्पताल में 5.2 किलो के बच्चे का जन्म

जबलपुर में चमत्कार: रानी दुर्गावती अस्पताल में 5.2 किलो के बच्चे का जन्म

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के जबलपुर में रानी दुर्गावती सरकारी अस्पताल में एक महिला ने सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए 5 किलो 200 ग्राम वजन वाले बेटे को जन्म दिया। यह घटना चिकित्सकों के लिए भी आश्चर्यजनक रही, क्योंकि सामान्य नवजात शिशु का वजन 2.8 से 3.2 किलो के बीच होता है। इस असाधारण जन्म ने शहर में चर्चा का विषय बना दिया है।

घटना का विवरण :
रांझी इलाके की 34 वर्षीय शुभांगी, पति आनंद चौकसे, ने बुधवार को इस स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। अस्पताल की प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. भावना मिश्रा ने बताया कि उनके करियर में इतने भारी बच्चे का जन्म पहली बार देखा गया। सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान जब बच्चे का वजन मापा गया, तो डॉक्टर और स्टाफ हैरान रह गए।

चिकित्सकीय निगरानी :
चूंकि ऐसे बच्चों में रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव और जन्मजात बीमारियों का खतरा अधिक होता है, नवजात को विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (SNCU) में 24 घंटे की निगरानी में रखा गया है। राहत की बात यह है कि बच्चा और मां दोनों स्वस्थ हैं। डॉ. मिश्रा ने बताया कि बच्चे की स्थिति स्थिर है और उसकी सेहत पर लगातार नजर रखी जा रही है।

विशेषज्ञों की राय: 
डॉक्टरों के अनुसार, इस तरह के मामले हजारों में एक होते हैं। डॉ. अंकिता पांडे ने कहा कि बदलती जीवनशैली और खान-पान की आदतें ऐसे असाधारण मामलों का कारण हो सकती हैं। शुभांगी ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान उन्होंने सामान्य आहार (दाल, चावल, रोटी, सब्जी) लिया और कोई विशेष डाइट नहीं अपनाई।

परिवार में खुशी :
शुभांगी ने इसे भगवान गणेश का आशीर्वाद बताया, खासकर क्योंकि यह जन्म गणेश उत्सव के दौरान हुआ। परिवार में खुशी का माहौल है, और बच्चे के स्वस्थ होने से उनकी खुशी दोगुनी हो गई है।

अस्पताल का योगदान :
रानी दुर्गावती लेडी एल्गिन अस्पताल की अधीक्षक डॉ. नीता पाराशर ने ऑपरेशन करने वाली टीम, जिसमें पीजी छात्र और ओटी स्टाफ शामिल थे, की सराहना की। यह घटना अस्पताल के लिए भी गर्व का विषय बन गई है।