मिडिल शाला देवकिरारी में नाग पंचमी पर हुई निबंध प्रतियोगिता

जांजगीर-चांपा से राजेश राठौर की रिपोर्ट
जांजगीर-चांपा। मिडिल शाला देवकिरारी में नाग पंचमी के पावन अवसर पर एक प्रेरणादायक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन की प्रेरणा शिक्षिका उपासना शर्मा द्वारा दी गई, जिनकी सक्रिय भूमिका ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।
इस अवसर पर शिक्षिका उपासना शर्मा ने बच्चों को भारत की सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमारे देश में विषैले नागों की भी पूजा की जाती है। नागों को देवता स्वरूप माना जाता है, जो भारतीय संस्कृति में जीव-जंतुओं के प्रति सम्मान और संरक्षण की भावना को दर्शाता है।
निबंध प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने विचारों को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता के दौरान बच्चों को विभिन्न प्रकार के सांपों, उनसे बचाव के उपायों तथा बरसात के मौसम में होने वाले खतरे और उससे बचाव के बारे में जागरूक किया गया।
उपासना शर्मा ने बताया कि बरसात के मौसम में सांपों और अन्य जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में सतर्कता और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। इसी उद्देश्य से बच्चों को इस विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई।
बच्चों ने निबंध के माध्यम से नाग पंचमी के महत्व, गांव में लगने वाले मेलों की झलक और लोक परंपराओं का सुंदर वर्णन किया। इस आयोजन से बच्चों में न केवल लेखन कौशल का विकास हुआ, बल्कि उन्हें अपनी संस्कृति और परंपराओं को समझने का अवसर भी मिला।
कार्यक्रम के अंत में शिक्षिका उपासना शर्मा ने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में भी इस प्रकार की प्रतियोगिताओं को आयोजित करने की बात कही।