सेबी ने दी चेतावनी: डिजिटल गोल्ड में निवेश से पहले रहें सावधान

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सेबी ने दी चेतावनी: डिजिटल गोल्ड में निवेश से पहले रहें सावधान

नई दिल्ली। देश में डिजिटल गोल्ड का चलन तेजी से बढ़ रहा है। फोनपे, गूगल पे, पेटीएम, कैरटलेन, तनिष्क और MMTC-PAMP जैसी कंपनियां मोबाइल ऐप के ज़रिये लोगों को ऑनलाइन सोना खरीदने की सुविधा दे रही हैं। लेकिन 8 नवंबर 2025 को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है  जिसमें कहा गया है कि डिजिटल गोल्ड या ई-गोल्ड जैसे उत्पाद अनरेग्युलेटेड (Unregulated) हैं और सेबी के दायरे में नहीं आते।

सेबी के अनुसार, ये उत्पाद न तो सिक्योरिटीज हैं और न ही कमोडिटी डेरिवेटिव्स, इसलिए इन पर सेबी के निवेशक सुरक्षा नियम लागू नहीं होते। इसका मतलब यह है कि अगर किसी निवेशक को डिजिटल गोल्ड में धोखाधड़ी या नुकसान होता है, तो उसे कानूनी सुरक्षा या नियामक सहायता नहीं मिलेगी।

सेबी ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे केवल गोल्ड ETFs, म्यूचुअल फंड्स या इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट (EGR) जैसे रेग्युलेटेड निवेश विकल्पों में ही निवेश करें, जो सेबी द्वारा नियंत्रित हैं और जिन पर निवेशक सुरक्षा तंत्र लागू होता है।

हालांकि, डिजिटल गोल्ड निवेश प्लेटफॉर्म यह दावा करते हैं कि वे अपने ग्राहकों का सोना सुरक्षित वॉल्ट में भौतिक रूप से संग्रहित करते हैं और उसे कॉइन या ज्वेलरी के रूप में रिडीम करने की सुविधा देते हैं। फिर भी, सेबी का स्पष्ट संदेश है “डिजिटल गोल्ड में निवेश करने से पहले इसकी वैधता और नियामक स्थिति को समझें।”