अब व्यापारी-उद्योगपति बस्तर के अंदर जा रहे हैं, उनकी निगाह जंगल, जमीन पर: भूपेश बघेल

अब व्यापारी-उद्योगपति बस्तर के अंदर जा रहे हैं, उनकी निगाह जंगल, जमीन पर: भूपेश बघेल
एसआईआर से बस्तर से महिलाओं का नाम हटाने की साजिश
जगदलपुर (चैनल इंडिया)। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया है कि उनके कार्यकाल में 600 गांवों को नक्सल मुक्त कराया गया। इस दौरान नक्सलियों की भर्ती में भारी कमी आई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में ही पहली बार नक्सलियों को घेर के मारने की रणनीति पर अभियान चलाया गया था। उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में अब नक्सली अंदर से बाहर आ रहे हैं और व्यापारी तथा उद्योगपति अंदर जा रहे हैं। उनकी निगाह बस्तर के आदिवासियों के जंगल, जमीन और वन संपदा है।
यहां मीडिया से बात करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि बस्तर के नारायणपुर,सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में जनगणना कार्य नहीं हो पाया था ऐसे में वहां के लोग एसआईआर में जरूरी दस्तावेज कैसे दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसलिए कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर इसका विरोध किया है। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि बस्तर में एसआईआर से बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम को वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में भाजपा सरकार के दौरान बंद किए गए स्कूलों को शुरू किया गया। बस्तर के बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में कांग्रेस ने सडक़ों का जाल बिछाया। इंद्रावती नदी में दो बड़े पुलों का निर्माण भी कांग्रेस सरकार के दौरान कराया गया और आवागमन को बस्तर में बेहतर बनाया। इतना ही नहीं कांग्रेस शासन में मलेरिया मुक्त बस्तर का अभियान भी चलाया। बड़ी संख्या लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। हाट बाजार क्लिनिक योजना चलाई। कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों के पूजा स्थलों का निर्माण कराया। घोटूल का भी निर्माण कराया। बैगा गुनिया को मानदेय दिया।