बस्तर में पर्यटन की अपार संभावनाएं, अब चौतरफा बहेगी विकास की गंगा
रायपुर (चैनल इंडिया)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज फिर दुहराया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की मंशा के अनुरूप 31 मार्च तक बस्तर नक्सल मुक्त हो जाएगा। इसी बात को देखते हुए प्रदेश की नई औद्योगिक नीति में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है ताकि बस्तर में इसका विकास हो सके। उन्होंने कहा कि बस्तर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। नक्सल मुक्त होने के बाद बस्तर में विकास की गंगा चौतरफा बहेगी।
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समुदाय के लोग मुगलों और अग्रेजों के साथ लड़ाई लड़ते रहे और शहीद होते रहे परंतु उन्हें इतिहास में जगह नहीं दी गई। प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने यह का किया। इस समाज के क्रांतिकारियों को अब इतिहास में सम्मानजनक स्थान मिलने लगा है। जबलपुर में रानी दुर्गावती का संग्रहालय बना है और नवा रायपुर में शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी संग्रहालय शुरू किया गया है, जिसमें जनजातीय समुदाय के क्रांतिकारियों का बलिदान दिखाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने अनुसूचित जनजातीय समुदाय के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की हैं, जिसका फायदा उन्हें पहुंच रहा है। इस समाज को मुख्य धारा में जोडऩा ही एकमात्र मकसद है। इस काम को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए प्रधानमंत्री कृत संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी इस समुदाय ेक लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। खासकर नियद नेल्लानार के माध्यम से दो सौ से अधिक गांवों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच दिवसीय इस जनजातीय गौरव दिवस का समापन 20 नवम्बर को अम्बिकापुर में होगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि वे इस समाज के भाई और बेचे हैं इसलिए उनका दायित्व अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने समाजजनों से अनुरोध किया कि वे इस दायित्व को निभाने में उनका सहयोग करें। इस मौके पर मंत्री केदार कश्यप, विधायक किरण सिंहदेव, विनायक गोयल, सांसद महेश कश्यप व सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष राजाराम तोड़ेम समेत बड़ी सख्या में समाजजन उपस्थित थे।